मिडिल ईस्ट में इस समय हर तरफ जंग का माहौल है, जिससे खतरा बढ़ता नजर आ रहा है. पिछली साल अक्टूबर में इजराइल और हमास के बीच जंग शुरू हुई, जिसमें अभी तक कई हजार लोगों की मौत हो चुकी है और अभी भी ये जंग खत्म होने के कगार पर नहीं है. इजराइल की इस लड़ाई में अब ईरान और लेबनान भी पूरी तरह से जुड़ गया है.
ईरान की राजधानी तेहरान में कुछ दिनों पहले हमास चीफ इस्माइल हानिया पर हमला हुआ, जिसमें उसकी मौत हो गई. हानिया की मौत का जिम्मेदार इजराइल को माना जा रहा है, लेकिन अभी तक इजराइल ने इस मामले में कोई भी टिप्पणी नहीं की है. इन सभी के बावजूद ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामेनेई ने हानिया की मौत का बदला लेने की बात कही है.
हमले में हिज्बुल्लाह को भारी नुकसान
हानिया की मौत से पहले बेरूत इजराइली हमले में हिज्बुल्लाह के टॉप कमांडर फुआद शुकर की मौत हो गई थी. इन दोनों हमले के बाद से लगातार मिडिल ईस्ट में हमले का माहौल बना हुआ है. इसी माहौल के बीच इजराइल ने लेबनान में एयर स्ट्राइक की. इजराइल ने 3 अगस्त को लेबनान में स्थित हिज्बुल्लाह के ठिकानों को निशाना बनाया. इजराइली फोर्स ने लेबनान के हरफा और कफर किला के इलाके में जमकर हमला किया. इस एयर स्ट्राइक में हिज्बुल्लाह को काफी भारी नुकसान का सामना करना पड़ गया.
इजराइल के किए गए हवाई हमले में हिज्बुल्लाह के कमांडर अली नाजिया अब्द अली की मौत हो गई. फुआद के बाद एक और कमांडर की मौत हिज्बुल्लाह के लिए काफी बड़ा झटका है, क्योंकि अली नाजिया हिज्बुल्लाह के दक्षिणी क्षेत्र के मोर्चे और हिज्बुल्लाह आतंकवादी संगठन के कामकाज को संभालता था.
आयरन डोम की वजह से बचा इजराइल
इजराइल के किए गए इस हमले पर हिज्बुल्लाह ने जवाबी कार्रवाई करते हुए उस पर हवाई हमला किया, जिसमें लेबनान ने इजराइल पर एक साथ 50 मिसाइलें दागीं. हालांकि आयरन डोम की वजह से सारी मिसाइलें नाकाम हो गई, जिससे इस हमले में इजराइल में किसी भी तरह के नुकसान की कोई भी खबर सामने नहीं आई है. हानिया की मौत के बाद से ही ईरान ने इजराइल से बदला लेने की कसम खाई है.