ग्वालियर। जीडीसीए उपाध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेटे महानआर्यमन सिंधिया की मेहनत रंग लाई है। ग्वालियर के नए स्टेडियम में उन्होंने एमपीएल का आयोजन किया था। एमपीएलए ने पूरे प्रदेश में खूब सुर्खियां बटोरी थी। एमपीएल की शुरुआत के लिए बीसीसीआई के सचिव जय शाह भी ग्वालियर आए थे। उनसे महानआर्यमन ने ग्वालियर में अंतरराष्ट्रीय मैच की मांग की थी। 40 दिन बाद ही महानआर्यमन सिंधिया की मेहनत रंग लाई है। ग्वालियर में 6 अक्टूबर को पहला टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच होगा। जिसकी कंफर्मेशन मिल गया है। ऐसे में महानआर्यमन सिंधिया सिंधिया बेहद खुश है। आईबीसी 24 से बात करते हुए कहा है।
बीसीसीआई के सेक्रेटरी जय शाह और भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान कपिल देव और अपने पिता ज्योतिरादित्य सिंधिया को धन्यवाद कहा है। आपको बता दें कि ग्वालियर में आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच 2010 में खेला गया था। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले गए इस मैच में सचिन तेंदुलकर ने करियर का पहला दोहरा शतक लगाकर यादगार बना दिया था। इस ऐतिहासिक मैच के बाद ग्वालियर के क्रिकेट प्रेमियों को पुन: रोमांचक मुकाबला देखने को मिलेगा। बता दें कि ग्वालियर के माधव राव सिंधिया स्टेडियम में भारत-बांग्लादेश टी-20 सीरज का मैच ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेटे महानआर्यमन की कोशिशों के बाद संभव हुआ है।
इस दौरान उन्होनें एक्स पर ट्वीट कर कहा कि, समस्त ग्वालियरवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। 14 वर्ष के इंतजार के बाद शहर में पहली बार अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच, 6 अक्टूबर 2024 को भारत और बांग्लादेश के बीच खेला जाएगा। नवनिर्मित श्रीमंत माधवराव सिंधिया क्रिकेट स्टेडियम (ग्वालियर) में आयोजित होने वाला यह T20 मैच निश्चित ही क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक सौगात होगा साथ ही स्थानीय अर्थव्यवस्था को एक नई शक्ति देगा।