चीन में लोगों को कैसे-कैसे दिन देखने पड़ रहे हैं.अपनी तरक्की के बड़े-बड़े दावे करने वाले इस मुल्क में लोगों के शवों के साथ व्यापार हो रहा है. लाभ के लिए शवों की चोरी हो रही है और उसे बेचा जा रहा है. चीन की मीडिया के मुताबिक, ऐसे बहुत अधिकारी और प्रबंधन के लोग हैं जिन्होंने अवैध शुल्क वसूले हैं. पिछले हफ्ते ही एक चीनी कंपनी हजारों लाशों की चोरी और उसे बेचने के घोटाले में फंसी थी.
चाइना डेली ने कहा कि अनहुई, ग्वांगडोंग, जियांग्सू, जियांग्शी, जिलिन, लियाओनिंग, सिचुआन और युन्नान प्रांतों में अधिकारियों की जांच में अंतिम संस्कार पार्लरों और इसी तरह के निकायों के कर्मचारियों द्वारा उल्लंघन के कई आरोप लगाए गए हैं. इसमें कहा गया है कि साल की शुरुआत में जांच शुरू होने के बाद से दर्जनों मामले सामने आए हैं और जिन लोगों को निशाना बनाया गया उनमें से कई के पास उद्योग का अच्छा खासा अनुभव है.
शी जिनपिंग ने 2012 में सत्ता संभाली थी. उन्होंने इस साल की शुरुआत में कई उद्योगों में भ्रष्टाचार पर चौतरफा युद्ध छेड़ा है. सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स ने कहा कि अनहुई, लियाओनिंग और जिलिन में भ्रष्टाचार अभियानों ने अवैध शुल्क वसूलने वाले अंतिम संस्कार पार्लरों के साथ-साथ कब्रिस्तानों के अवैध निर्माण और संचालन और कर्मचारियों के भ्रष्टाचार का पर्दाफाश किया.
गिरोह की है तलाश
चीन में अधिकारी श्मशान घाटों और लैब से कथित तौर पर 4,000 से अधिक शवों को चुराने के गिरोह की तलाश कर रहे हैं, ताकि उनकी हड्डियों का उपयोग डेंटल ग्राफ्ट के लिए किया जा सके. एलोजेनिक ग्राफ्ट का उपयोग तब किया जाता है जब मरीजों के पास ग्राफ्ट के लिए पर्याप्त घनत्व नहीं होता है. हालांकि, ऐसी हड्डियां आमतौर पर हिप रिप्लेसमेंट जैसे ऑपरेशन कराने वाले मरीजों की सहमति से ली जाती हैं.
बीजिंग की एक लॉ फर्म के अध्यक्ष के मुताबिक, उत्तरी प्रांत शांक्सी की राजधानी ताइयुआन की पुलिस मामले की जांच कर रही है. चीनी मीडिया ने एक अधिकारी के हवाले से कहा कि गिरोह चोरी कर रहा था और लाभ के लिए लाशों को दोबारा बेच रहा था.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस मामले में 70 से ज्यादा लोगों को पहले ही हिरासत में लिया जा चुका है. आरोप है कि श्मशान घाट के कर्मचारी गिरोह के साथ मिलकर काम कर रहे थे. उन पर हड्डियों को टुकड़े-टुकड़े करने के बाद बेचने का संदेह है.