महाराष्ट्र चुनाव को लेकर महाविकास अघाड़ी (MVA) में असमंजस की स्थिति बनी हुई है. एमवीए में अभी तक सीएम फेस तय नहीं हुआ है. शिवसेना यूबीटी प्रमुख उद्धव ठाकरे के समर्थन के ऐलान के बाद भी शरद पवार गुट की एनसीपी और कांग्रेस ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं. उद्धव के 3 दिवसीय दिल्ली दौरे के बाद कयास लगाया जा रहा था की विपक्ष उन्हें सीएम चेहरा घोषित करेगा, लेकिन अभी तक ऐसा नहीं हुआ है.
ऐसे में शुक्रवार को उद्धव ने MVA नेताओं की बैठक के बाद इस पर अपनी राय रखी. संजय राऊत सरीखे नेता इस पर बयान देते रहे है की उद्धव ही सीएम होंगे. उद्धव ने शरद पवार और नाना पटोले का नाम लेकर मंच से साफ कहा की सीएम पद के लिए जो फैसला वो लोग लेंगे वो उन्हे मंजूर होगा, लेकिन सीटों के बंटवारे पर झगड़ा मत करो. यानी की उद्धव लोकसभा की तरह गठबंधन में बड़े भाई की भूमिका चाहते हैं और अगर बड़े भाई के तौर पर उनकी सीट ज्यादा आती है तो वो खुद ही सीएम पद के दावेदार हो जाएंगे.
अब सीएम फेस नहीं, सीट बंटवारे की बात
इसलिए उद्धव सीएम पद के चेहरे के मुद्दे को तुल देने के बजाय सीट बंटवारे की बात कर रहे है, लेकिन यह भी इतना आसान नही है. लोकसभा में नंबर एक पार्टी बनी कांग्रेस 150 सीट की मांग गठबंधन में कर रही है. शरद पवार का भी स्ट्राइक रेट उद्धव से ज्यादा है. मतलब उद्धव बड़ी सफाई से जिस बात को लेकर बड़ा दिल दिखा रहे है उसमे उनकी अपनी राजनीतिक मंशा भी छिपी है.
उद्धव उसके लिए इस बात का भी सहारा ले रहे हैं कि बीजेपी से अलग होने के बाद अब मुस्लिम वोटर भी उनके साथ हैं. बड़ी संख्या में हैं इसलिए उन्होंने अपने को आज गठबंधन का ओपनिंग बैट्समैन बता दिया जबकि आदित्य खुद को जूनियर बैट्समैन बता रहे हैं. कुल मिलाकर दोनों ही लोग गठबंधन को बैलेंस करने में लगे हैं.
सीएम फेस पर बोलने बचते नजर आए शरद पवार
मंच पर बैठे शरद पवार इस बात को बखूबी जानते हैं की मंच से कही गई बातों का क्या मतलब है. इसलिए उन्होंने अपने स्पीच में ऐसी बातों का जिक्र नहीं किया. उसी मंच पर मौजूद सुप्रिया सुले ने उद्धव को ये याद दिलाना नहीं भूलीं कि दिल्ली में हवा बदल चुकी है. हालांकि, बातों को उन्होंने भी संभालकर रखा. सीधे तौर पर सीएम फेस पर वो भी बोलने से बचती रहीं, लेकिन उन्होंने कहा की सीट बंटवारा जल्दी होनी चाहिए.
कांग्रेस के नाना पटोले भी सीएम फेस पर उद्धव या किसी का नाम नहीं लिए. उन्होंने भी अपनी स्पीच को सरकार को कोसने में ही केंद्रित किया. जाते-जाते इतना जरूर कहा की सीएम पद पर एमवीए का ही नेता बैठेगा, जीत एमवीए की होगी.
शिंदे गुट के मंत्री ने उद्धव पर कसा तंज
उद्धव के इस बयान के बाद शिंदे गुट के मंत्री और नेता उदय सामंत सामने आए और उनपर तंज कसा की हमने बहुत ऐसे ओपनिंग बैट्समैन देखे हैं जो हमारे टीम में थे, लेकिन उनका कोई परफॉर्मेंस नहीं. एक बैट्समैन के तौर पर कितने रन कौन निकालता है देखेंगे. सामंत ने दावा दावा किया की मुस्लिम वोटर हरदम हमारे साथ था और अभी भी हमारे साथ है. उन्होंने चुनाव में भी हमारा साथ दिया है. वह हमारे साथ ही रहेंगे. मुख्यमंत्री चेहरा उद्धव को बनाया जाएगा या किसको बनाया जाएगा, यह उन्हीं लोगों से पूछा जाना चाहिए.
वहीं, बीजेपी के प्रेम शुक्ला ने सीधे उद्धव पर वार किया. मुस्लिम वोटर उद्धव के साथ होने के उद्धव के दावे पर प्रेम शुक्ला ने उद्धव की खिंचाई की और तंज कसा की दिल्ली में सीएम चेहरा बनने गए थे और अब प्रचार प्रमुख बनने जैसी हालत हो गई है.