राजस्थान के बीकानेर से एक नौ साल बच्ची के साथ बर्बरता का मामला सामने आया है. लूणकरणसर के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में पढ़ने वाली नाबालिग छात्रा ने बुआ पर बर्बरता का आरोप लगाया है. शनिवार दोपहर छात्रा जब स्कूल पहुंची तो कक्षा में बैठने पर उसकी सिसकियां निकलने लगी जिसे देखकर आसपास मौजूद अन्य छात्राओं व स्कूल टीचर ने पूछा.
टीचर के पूछने पर छात्रा जोर-जोर से रोने लगी. अध्यापिका उस बच्ची को लेकर प्रधानाचार्य के पास पहुंची जहां बच्ची ने अपने साथ हो रही बर्बरता की पूरी कहानी सुनाई. बच्ची ने बताया कि उसके माता-पिता की मृत्यु हो चुकी है वो बुआ के साथ रहती है.
बच्ची ने प्रिंसिपल को सुनाई बर्बरता की कहानी
नौ साल की छात्रा ने बताया कि बुआ उसको आए दिन प्रताड़ित करती रहता है. अब तो उसने हद ही पार कर दी है. छात्रा को गर्म चिमटे से पिटाई की है जिसके बाद उसके शरीर पर कई जगह जलाने के निशान हैं. छात्रा लूणकरणसर के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में पढ़ती है.वहीं नाबालिग छात्रा शनिवार दोपहर जब स्कूल पहुंची तो कक्षा में नीचे बैठने पर उसकी सिसकियां निकलने लगी. जिसे देखकर स्कूल टीचर ने पूछा. टीचर उस बच्ची को लेकर प्रधानाचार्य के पासगईं जहां बच्ची ने अपने साथ हो रही बर्बरता की पूरी कहानी सुनाई.
जख्म देखकर उड़ गए होश
बच्ची ने प्रधानाध्यापक को बताया कि उसके माता-पिता की कुछ अरसे पहले मौत हो चुकी है. वह अपनी बुआ के साथ रहती है. महिला रिश्तेदार आए दिन उसके साथ बेरहमी से मारपीट करती है. बच्ची के शरीर पर कई जगह दागने से हुए गहरे जख्म के कई निशान देखकर सभी सकते में आ गए.
शरीर पर चिमटे और अगरबत्ती से दागने के निशान
बच्ची के हालत देखकर आनन-फानन में उसे अस्पताल ले गए जहां उसका इलाज किया जा रहा है.मामले की पुलिस में भी शिकायत की गई है. बच्ची के शरीर पर अगरबत्ती, चिमटे से शरीर को दागने के निशाना हैं. लड़की के ऐसा कोई अंग नहीं जहां दागने के निशान न हो. फिलहाल बच्ची को चाइल्ड हेल्पलाइन के अधिकारियों को सुपुर्द किया गया है. रविवार को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया जाएगा.
स्कूल प्रिंसिपल सरस्वती देवी की रिपोर्ट पर आरोपी शांतिदेवी सोनी के विरुद्ध बाल शोषण के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है. अपने ही रिश्तेदार द्वारा दी गई अमानवीय यातनाओं से पीड़ित बच्ची बेहद डरी हुई है.