उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में एक वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. यह वीडियो देवरिया SP संकल्प शर्मा का है. बीते बुधवार को ‘भारत बंद’ को लेकर एससी/एसटी समाज ने जगह-जगह विरोध प्रदर्शन किया था. विरोध प्रदर्शन की सूचना पर SP संकल्प शर्मा भी मौके पर पहुंचे थे. प्रदर्शनकारियों की भीड़ हिंसक होती, उससे पहले ही SP संकल्प शर्मा ने अपनी चुस्ती-फुर्ती से इसे संभाल लिया. वह प्रदर्शनकारियों को आगे बढ़ने से रोकने के लिए डिवाइडर से छलांग लगाते हुए हाथ में डंडा लिए सड़क पर दौड़ते नजर आ रहे हैं.
हुआ यूं कि बीते बुधवार को एससी/एसटी समाज ने ‘भारत बंद’ का आह्वान किया था. देवरिया जिले में भी हजारों की तादात में लोग प्रदर्शन करने सड़क पर उतरे थे. इनमें से कुछ लोगों द्वारा प्रदर्शन के बीच माहौल को बिगाड़ने की कोशिश की जा रही थी. जब इसकी सूचना SP संकल्प शर्मा को हुई तो वह तत्काल मौके पर पहुंचे और खुद कमान संभाल ली. प्रदर्शनकारियों को भगाने के लिए सड़क के बीच में बने डिवाइडर से SP संकल्प शर्मा ने छंलाग लगा दी और हाथ में डंडा लेकर उनकी तरफ दौड़ पड़े.
अपने गनर से भी तेज दौड़े SP साहब
वहीं जब प्रदर्शनकारियों ने देखा कि SP संकल्प शर्मा तेज रफ्तार में दौड़ते हुए उनकी तरफ आ रहे हैं तो उनके बीच खलबली सी मच गई और सभी लोग वहां से भागने लगे. इन प्रदर्शनकारियों के पीछे पुलिस दौड़ रही थी. खास बात ये रही कि SP संकल्प शर्मा अपने ही मातहतों से काफी तेज दौड़ रहे थे. कोई भी पुलिस का जवान उनको पकड़ नहीं पाया. इस तरह SP संकल्प शर्मा की सतकर्ता की वजह से देवरिया में बवाल होते-होते बच गया.
भारत बंद के समर्थन में सपा और भीम आर्मी ने सुभाष चौक पर जमकर प्रदर्शन किया था और जुलूस निकाल दुकानें बंद कराईं थीं. बता दें कि बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी भारत बंद का समर्थन किया था. पूरे उत्तर प्रदेश में बसपा के कार्यकर्ताओं ने ‘भारत बंद’ के समर्थन में सड़कों पर उतरकर नारेबाजी की थी.
बसपा कार्यकर्ताओं ने भी किया प्रदर्शन
सुभाष चौक पर भारी संख्या में बसपा कार्यकर्ताओं ने पहुंचकर तख्ती, बैनर के साथ जमकर प्रदर्शन किया था और यहां से जुलूस की शक्ल में कोतवाली रोड पर दुकानें बंद कराई थीं. पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा था, जिससे भीड़ वापस जाने को विवश हुई. इस दौरान SP संकल्प शर्मा ने कहा कि आप लोग वापस चले जाएं, नहीं तो लाठीचार्ज करना पड़ेगा, तब लोग वापस गए और धरना समाप्त हो गया.