क्या कांग्रेस नेशनल कांफ्रेंस के घोषणापत्र से सहमत है? केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने राहुल गांधी से पूछे सवाल
जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के बीच गठबंधन को लेकर बीजेपी हमलावर हो गई है. बीजेपी ने गठबंधन को अपवित्र करार देते हुए कांग्रेस पार्टी से कई सवाल भी पूछे हैं. बीजेपी का कहना है कि कांग्रेस ऐसे लोगों के साथ खड़ी हो गई है जिन्होंने अपने घोषणापत्र में अनुच्छेद 370 और 35ए को लाने का वादा किया है. अब इस मुद्दे पर जम्मू कश्मीर के चुनाव प्रभारी और केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने बड़ा हमला बोला है.
केंद्रीय मंत्री ने नेशनल कांफ्रेंस पर जम्मू कश्मीर की खुशहाली को छीनकर राज्य को फिर से आतंकवाद, अलगाववाद और पत्थरबाजी के दौर में धकेलने का आरोप लगाया है. उन्होंने नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी से सवाल पूछा है कि क्या कांग्रेस नेशनल कांफ्रेंस के घोषणापत्र से सहमत है?
‘राहुल जवाब दें कि क्या कांग्रेस नेशनल कॉन्फ्रेंस के एजेंडे के साथ है?’
गठबंधन के खिलाफ देशभर में प्रेस कांफ्रेंस कर कांग्रेस से सवाल पूछने के अभियान में शामिल जी किशन रेड्डी ने कहा कि नेशनल कांफ्रेंस ने अपने घोषणापत्र में राज्य में फिर से अनुच्छेद-370 और 35ए लाने का वादा किया है. ऐसे में राहुल गांधी बताएं कि क्या वह जम्मू कश्मीर की खुशहाली को छीनकर राज्य को फिर से आतंकवाद, अलगाववाद और पत्थरबाजी के दौर में धकेलने के नेशनल कांफ्रेंस के एजेंडे के साथ खड़ी है? क्या राहुल गांधी जम्मू-कश्मीर में फिर से ‘अलग झंडे’ के वादे का समर्थन करते हैं?
उन्होंने नेशनल कांफ्रेंस पर पूरी तरह से हिंदू विरोधी एजेंडे पर काम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि क्या कांग्रेस भी ‘शंकराचार्य पर्वत’ का नाम बदलकर ‘तख्त-ए-सुलेमान’ और ‘हरि पर्वत’ का नाम बदलकर ‘कोह-ए-मारन’ रखने के प्रस्ताव का समर्थन करती है.
केंद्रीय मंत्री बोले- कांग्रेस उनका साथ दे रही जो…
केंद्रीय मंत्री ने ये भी कहा कि मोदी सरकार ने राज्य से 370 हटाकर दलितों, गुज्जर, बकरवाल और पहाड़ियों को आरक्षण दिया, महिलाओं के अधिकारों से जुड़े कानूनों सहित कई महत्वपूर्ण केंद्रीय कानूनों को लागू किया. राहुल गांधी बताएं कि क्या कांग्रेस इन सभी अधिकारों को जम्मू कश्मीर की जनता से छीन लेने के नेशनल कांफ्रेंस की घोषणा का समर्थन करती है.
बीजेपी जम्मू कश्मीर के गांव-गांव और घर-घर जाकर राज्य के लोगों को कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस के गठबंधन और घोषणापत्र के बारे में बताएगी. बीजेपी राज्य की जनता से यह भी अपील करेगी कि वह विधानसभा चुनाव में इस गठबंधन को मजहब के नजरिए से नहीं देखे. क्योंकि यह चुनाव जम्मू कश्मीर के विकास, उनके अधिकार और आने वाली पीढ़ी के सुनहरे भविष्य से जुड़ा हुआ है, इसलिए इसी आधार पर सोच-समझकर फैसला करें.
अब पीडीपी को साथ लेने की जरूरत नहीं: रेड्डी
उन्होंने कहा कि बीजेपी ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटाकर, वहां बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान को पूरी तरह से लागू किया, लेकिन देशभर में संविधान की बात करने वाले राहुल गांधी की सहयोगी नेशनल कांफ्रेंस जम्मू कश्मीर से फिर से बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान को हटाने की बात कर रही है, इस पर राहुल गांधी की क्या राय है?
पीडीपी से गठबंधन को लेकर पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद 370 हटाने से पहले की बात थी. अब माहौल पूरी तरह से बदल गया है. भविष्य में (चुनाव बाद भी) अब पीडीपी को साथ लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी.