बिहार के कटिहार जिले में एक मछुआरे को सपेरा बनने का शौक उसके लिए जानलेवा साबित हुआ. जहरीले सांप के साथ रील बनाने के चक्कर में वह रियल लाइफ से हाथ धो बैठा. सोशल मीडिया पर लाइक कमेंट के चक्कर में जहरीले सांप के साथ मछुआरे का करतब आखरी स्टंट बन कर रह गया. मामला कटिहार के कोढ़ा प्रखंड के मधुरा गांव का है. जहां मछली पकड़ने का काम करने वाले सकलदेव महलदार के जाल में मछली पकड़ने के दौरान एक सांप फंस गया.
जहरीले सांप को जाल से निकाल कर सकलदेव करतब दिखाने लगा और उसका ये स्टंट गांव के लोग मोबाइल में कैद करने लगे. इसी दौरान सांप ने सकलदेव के हाथ में काट लिया. सांप के काटने के बाद परिवार के लोगों ने पहले ओझा-वैद्य को बुलाया और फिर अस्पताल ले जाने के दौरान सकलदेव की मौत हो गई.
झाड़-फूंक के चक्कर में गई जान
सांप लेकर करतब दिखाते सकलदेव का वीडियो अब पूरे इलाके के लिए बस यादें बनकर रह गया है. जिससे लोगों को सबक लेने की जरूरत है. स्थानीय लोगों का कहना था कि जैसे ही सांप में काटा था. सकल देव को इलाज के लिए तुरंत अस्पताल ले जाना था, पर आज भी हमारे समाज में अंधविश्वास की जड़े इतनी गहरी है कि लोग झाड़ फूंक में पड़ गए. इसी अंधविश्वास की वजह से सकल देव को अपनी जान गवानी पड़ी.
मछली मारने के दौरान जाल में फंसा था सांप
मामले में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अमित आर्य ने बताया कि सर्प डंस के शिकार व्यक्ति को कभी भी झाड़-फूंक के चक्कर में नहीं पड़ना चाहिए. यदि वो समय रहते सीधे अस्पताल पहुंच जाए तो हर संभव चिकित्सा के माध्यम से उनकी जान बचायी जा सकती है. बता दें मधुरा गांव निवासी धनिकलाल महलदार का दामाद सकलदेव महलदार जो पूर्णियां जिले का रहने वाला है उसकी उम्र लगभग 25 साल है वो अपने सुसराल में रह कर मेहनत मजदूरी और मछली मारकर अपने परिवार को पालता था. रोजाना की तरह वो मछली मारने वाला जाल लेकर कोशी नदी गया था. इसी दौरान उसके जाल में एक जहरीला सांप फंस गया.
झाड़-फूंक के बाद ले गए अस्पताल
मछुआरा सकलदेव महाल्दार सांप से लोगों को डराने और खेलने लगा. मछुआरा दो घंटे तक सांप को हाथ में लेकर खेलता रहा. अचानक सांप का मुंह सकल देव के हाथ के पास आ गया और उसने काट लिया. सांप डंसने की खबर घर वालों को मिली तो उसे झाड़ फूंक कराने के बाद अस्पताल ले जाया गया, अस्पताल पहुंचते ही डॉक्टरों ने 50 वर्षीय सकल देव को मृत घोषित कर दिया गया.