‘या तो मैं मरूंगा, या 9 लोग बच जाएंगे…’, बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने निकला ‘बुलडोजर मैन’, ऐसे बना हीरो
फिल्मों में एक्टिंग करने वाले हीरो तो हम लोग रोज ही देखते हैं लेकिन असल जीवन में इन हीरोज़ के देखना हर दिन नसीब नहीं होता. यूं तो हमारी सेना हर दिन अपनी जान को हमारे जैसे आम लोगों के लिए जोखिम में डालती है, लेकिन कई बार कुछ ऐसे भी लोग होते हैं जो बिना किसी वर्दी के दूसरों के लिए कुछ ऐसा कर जाते हैं जिससे इंसानियत कि मिसाल कायम होती है.
तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में भारी बारिश की वजह से कई जिलों में बाढ़ के हालात बने हुए हैं. बारिश की वजह से कई लोग अपने घर पर फंसे हुए हैं. राज्य सरकारों की ओर से राहत एवं बचाव कार्य में तेजी लाई गई है. इसी बाढ़ में वहां नौ लोग फंस गए थे.
खम्मम जिले में फंसे थे नौ लोग
तेलंगाना के खम्मम जिले में नौ लोग एक पुल पर फंस गए थे. उन्होंने जैसे-तैसे एक मदद का एक वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर डाल दिया. फंसे हुए लोगों के रेस्क्यू के सिए सरकार का हेलिकॉप्टर खराब मौसम के कारण वहां तक नहीं पहुंच पा रहा था. इसी बीच हरियाणा के एक बुलडोजर चालक सुब्हान खान की नजर भी फंसे हुए लोगों के वीडियो पर पड़ी. उन्होंने वीडियो देखा तो लोगों को बचाने के लिए निकल पड़े.
‘या तो जान जाएगी, या जिंदगी बच जाएगी’
रास्ता आसान नहीं था इसलिए फैमिली से कहा ‘या तो मेरी जान जाएगी या नौ लोगों की जिंदगी बचेगी. मैं मर जाता हूं तो एक जिंदगी खत्म होगी, लेकिन लौटूंगा तो नौ लोग साथ लौटेंगे…’. कहते है ना कि किसी चीज को सच्चे दिल से चाहो तो वह आपको मिलकर ही रहती है और सुब्हान का तो इरादा ही इंसानियत से भरा था. फिर क्या था, वह निकल पड़े और आखिरकार उन्हें कामयाबी मिल गई. वह सभी को बुल्डोजर के जरिए बचाने में कामयाब रहे और सुरक्षित लेकर वापस घर लौटे. यहां उनका शानदार स्वागत हुआ.
बीआरएस नेता ने की तारीफ
उनकी बहादुरी और बड़े दिल कि चर्चा हर तरफ हो रही है. बीआरएस नेता और पूर्व मंत्री के.टी. रामाराव ने कहा कि ये सिर्फ हिम्मत की बात नहीं है. एक सच्चा हीरो बनने के लिए बड़े दिल की भी जरूरत होती है. सुब्हान खान ने नौ लोगों की मदद कर कुछ परिवारों को जीवनभर के दर्द से बचाया है. सरकार जब उलझन में थी कि बचाव के लिए हेलिकॉप्टर भेजे या नहीं, तब सुब्हान ने खुद की जान जोखिम में डालकर सभी की जान बचा ली.