उज्जैन। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु 19 सितंबर को महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह में ज्योतिर्लिंग का अभिषेक-पूजन करेंगी। उस समय आम श्रद्धालुओं की दर्शन व्यवस्था कार्तिकेय मंडपम् से निरंतर चालू रहेगी।
कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि राष्ट्रपति के स्वागत के लिए मंदिर को फूलों से सजाया जा रहा है। परिसर में रेड कारपेट बिछाया जा रहा है। राष्ट्रपति के साथ राज्यपाल मंगु भाई पटेल और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव रहेंगे। उनकी अगवानी में शिव प्रिय वाद्य यंत्र झांझ-डमरू की मंगल ध्वनि भस्मरमैया भक्त मंडल द्वारा प्रस्तुत की जाएगी।
राष्ट्रपति इंदौर रोड स्थित रुद्राक्ष होटल में आयोजित स्वच्छताकर्मियों के सम्मान समारोह में शामिल होंगी। मंच से पांच स्वच्छताकर्मियों का सम्मान करेंगी। 735 करोड़ रुपये से बनने वाले उज्जैन-इंदौर सिक्सलेन मार्ग का भूमिपूजन करेंगी। प्रोटोकाल के अनुरूप हेलीपेड से लेकर मार्ग, सर्किट हाउस, मंदिर, होटल पर सुरक्षा एवं सत्कार के विशेष बंदोबस्त किए जा रहे हैं।
आगमन से पहले सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर
राष्ट्रपति के आगमन से पहले उज्जैन में सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर आ गई हैं। उज्जैन के पड़ोसी जिलों को भी सतर्क कर दिया गया है। राष्ट्रपति का काफिला जिस मार्ग से गुजरेगा उस पर निगरानी बढ़ा दी गई है। कहा गया है कि राष्ट्रपति की थ्री लेयर सुरक्षा होगी। सेना और पुलिस से जुड़े अधिकारी स्वयं मार्ग से लेकर सर्किट हाउस, मंदिर, होटल की बार-बार जांच कर रहे हैं।
संदिग्ध लोगों से पूछताछ कर रहे हैं। मालूम हो कि राष्ट्रपति की सुरक्षा में नौ आईपीएस के अलावा 15 डीएसपी, 25 इंस्पेक्टर, 20 टीआई के अलावा 1500 से अधिक पुलिस एवं प्रशासन के जवानों की तैनाती की जा रही है। कार्यक्रम स्थल पर सिर्फ पास वाले लोगों को ही प्रवेश देने और आसपास के क्षेत्र में सड़क किनारे लगने वाले ठेले-गुमटियां हटाए की भी तैयारी है।
उज्जैन आने वाली 10वीं राष्ट्रपति
द्रौपदी मुर्मू उज्जैन आने वाली देश की 10वीं राष्ट्रपति हैं। उनके पहले क्रमश: रामनाथ कोविन्द, प्रणब मुखर्जी, प्रतिभा पाटिल, केआर नारायणन, शंकरदयाल शर्मा, आर. वेंकटरमन, ज्ञानी जेल सिंह, डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन और डा. राजेंद्र प्रसाद उज्जैन आ चुके हैं।