ग्वालियर। जिले मे अतिवर्षा से हुए नुकसान को लेकर जिला प्रशासन की नुकसान आकलन की पहली रिपोर्ट सामने आई है। इस रिपोर्ट में सबसे ज्यादा नुकसान कच्चे पक्के मकानों को पहुंचा है। आंशिक कच्चे मकान तो क्षतिग्रस्त हुए उनकी संख्या 2249 है और पूर्ण झोपड़ियां जो अतिवर्षा में बर्बाद हो गईं, उनका आकंड़ा 2483 सामने आया है। 83 बड़े पशु और और 89 छोटे पशुओं की मृत्यु हुई है।
चार लोगों की मौत अतिवर्षा में अलग अलग कारणों से सामने आई। अब प्रशासन की चिंता आने वाले मौसम अलर्ट को लेकर है जिसकी तैयारियां कर ली गई हैं। बता दें कि पिछले दिनों ग्वालियर में अतिवर्षा के कारण शहर से लेकर ग्रामाीण क्षेत्रों में हालात बिगड़ गए थे। बाधों से लेकर नदियों का जलस्तर बढ़ गया था और तिघरा के सातों गेट भी खोल दिए गए। रमौआ बांध भी ओवरफ्लो हो गया और मुरार नदी भी उफान पर आ गई जिस कारण रास्ता बाधित हो गया। इसके बाद तत्काल प्रशासन की टीमों ने राहत कार्य शुरू किए और शिविर लगवाए। राजस्व अमले ने जिलेभर मे नुकसान का आकलन शुरू किया और मैदानों में टीमें आकलन कर रहीं हैं।
यह है नुकसान की स्थिति
- ग्वालियर- छोटे पशु दो, पक्के मकान दो, आंशिक कच्चे मकान 45, पूर्ण झोपड़ी 13 व 59 लोगों के घरेलू सामान की क्षति
- डबरा- दो लोगों की मृत्यु मुकेश बघेल, अमन बघेल, बड़े 70 पशुओं की हानि, 27 छोटे पशुओं की हानि, 50 आंशिक पक्के मकान, कच्चे आंशिक झोपड़े 425, झोपड़ियां 820 व 650 लोगों के घरेलू सामान की क्षति हुई।
- भितरवार- पूर्ण पक्के मकान 15, पूर्ण आंशिक पक्के मकान 94, पूर्ण कच्चे मकान 42,आंशिक 98 पूर्ण झोपड़ी 630 व 371 लोगों के घरेलू सामान की क्षति हुई।
- चीनौर- 13 छोटे पशुओं की क्षति, 128 आंशिक पक्के मकान, 534 आंशिक पक्के मकान, 734 आंशिक झोपड़ी व 128 लोगों के घरेलू सामान की क्षति
- घाटीगांव- मनीष पुत्र मनोज जाटव की मृत्यु, 12 आंशिक पक्के मकान, 53 पूर्ण मकान, व आंशिक 178 मकान
- मुरार- 598 आंशिक कच्चे मकान का नुकसान
- सिटी सेंटर- 12 आंशिक पक्के मकान गिरे, 18 कच्चे मकान,
- तानसेन तहसील- उमा पत्नी लवकुश बघेल की मृत्यु, 293 कच्चे मकान गिरे, 186 झोपड़ी गिरीं