ग्वालियर। भारत में क्रिकेट धर्म से कम नहीं है। यहां क्रिकेटरों को भगवान का दर्जा दिया जाता है। महान क्रिकेटर भारत रत्न सचिन तेंदुलकर के प्रति देशवासियों की अगाध श्रद्धा से समझा जा सकता है। क्रिकेट के इसी भगवान के बल्ले से 14 साल पहले ग्वालियर की धरती पर रनों की बरसात हुई थी, और वन डे का पहला दोहरा शतक बना। दिन था 24 फरवरी 2010।
हालाकि दुर्भाग्य यह भी रहा कि उस दिन से ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट ग्वालियर से रूठ गया। कारण कुछ भी रहे परंतु ग्वालियर के क्रिकेटप्रेमी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों की एक झलक पाने के लिए तरस गए। इस दौरान ग्वालियर को क्रिकेट मैच आयोजन के मौके मिले लेकिन स्टेडियम में खामियां बताकर इन्हें इंदौर शिफ्ट कर दिया गया। नौ साल पहले ग्वालियर के शंकरपुर में नये स्टेडियम की नींव रखी गई।
शनै: शनै: इसका निर्माण इस साल की शुरुआत में पूरा हो गया। अब बारी थी यहां अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के आयोजन की, जो भारत-बांग्लादेश टी-20 सीरिज की घोषणा के बाद तय हुई। छह अक्टूबर को सीरिज के पहले मैच की पहली गेंद फिंकते ही ग्वालियर में क्रिकेट का 14 साल का वनवास खत्म हो जाएगा।
ग्वालियर में हुए 10 मैचों में से 8 में जीता भारत
भारत ने यहां कैप्टन रूपसिंह स्टेडियम में दस एकदिवसीय मैच खेले हैं। जिनमें आठ में विजयी और दाे में हार मिली थी। इस मैदान पर अंतिम वनडे मैच 24 फरवरी 2010 को साउथ अफ्रीका खिलाफ खेला गया था। सचिन तेंडुलकर वनडे इतिहास का पहला दोहरा शतक लगाकर भारत की जीत के हीरो बने थे।
ग्वालियर में अब तक खेले गएवनडे मैच व परिणाम
- 22 जनवरी 1988: भारत-वेस्टइंडीज, जीता वेस्टइंडीज 73 रन
- 27 जनवरी 1989: इंग्लैंड-वेस्टइंडीज, जीता वेस्टइंडीज 26 रन
- 12 नवंबर 1991: भारत-साउथ अफ्रीका, जीता भारत 38 रन
- 4 मार्च 1993: भारत-इंग्लैंड, जीता भारत 3 विकेट
- 5 मार्च 1993: भारत-इंग्लैंड, जीता भारत 4 विकेट
- 21 फरवरी 1996: भारत-वेस्टइंडीज, जीता भारत 5 विकेट
- 12 मई 1997: श्रीलंका-पाकिस्तान, जीता पाकिस्तान 30 रन
- 28 मई 1998: भारत-केन्या, जीता केन्या 69 रन
- 11 नवंबर 1999: भारत-न्यूजीलैंड, जीता भारत 14 रन
- 26 अक्टूबर 2003: भारत-आस्ट्रेलिया, जीता भारत 37 रन
- 15 नवंबर 2007: भारत-पाकिस्तान, जीता भारत 6 विकेट
- 24 फरवरी 2010: भारत-सा अफ्रीका, जीता भारत 153 रन