बीजेपी संसदीय बोर्ड ने रविवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव को हरियाणा में विधायक दल के नेता के चुनाव के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है. हाल ही में संपन्न हुई हरियाणा विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने लगातार तीसरी बार जीत हासिल की है. 90 विधानसभा सदस्यों वाली विधानसभा में बीजेपी को 48 सीटों पर जीत मिली है जबकि कांग्रेस के खाते में 37 सीटें आई हैं.
बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने एक बयान में कहा कि केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ को संसदीय बोर्ड ने जम्मू-कश्मीर में विधायक दल के नेता का चुनाव करने के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किया है. जम्मू-कश्मीर भी हरियाणा के साथ ही विधानसभा चुनाव हुए हैं.
जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन की हुई है जीत
जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन को 42 सीटों पर जीत हासिल करते हुए सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. जम्मू-कश्मीर चुनाव में बीजेपी को 29 सीटों पर जीत मिली है. आम आदमी पार्टी भी अपना खाता खोलने में सफल रही है. पार्टी को डोडा विधानसभा सीट पर जीत मिली है.
जहां तक हरियाणा की बात है तो यहां बीजेपी चुनाव से पहले यह ऐलान कर चुकी थी कि राज्य की कमान मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के हाथों में होगी. ऐसे में माना जा रहा है कि हरियाणा में मुख्यमंत्री को लेकर कोई विवाद नहीं है, लेकिन काफी कुछ विधायकों पर भी निर्भर करता है. इसलिए हरियाणा की जिम्मेदारी सीधे अमित शाह को दी गई है. दूसरी ओर डिप्टी सीएम को लेकर भी नाराजगी सामने आ सकती है.
आवाज उठाने वालों ने सबसे पहला नाम अनिल विज का हो सकता है. विज को लेकर इसलिए चर्चा तेज हो गई है क्योंकि बीजेपी ने जब नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री बनाया था तो वो नाराज हो गए थे. खट्टर सरकार में मंत्री थे, लेकिन सैनी सरकार में उन्होंने मंत्री बनने से मना कर दिया था.
दिल्ली में जेपी नड्डा से मिले अनिल विज
हरियाणा बीजेपी के कद्दावर नेता अनिल विज आज दिल्ली भी पहुंचे थे. जहां, उन्होंने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की. उनके दिल्ली दौरे के पीछे कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. विज चुनाव में अंबाला कैंट से सातवीं बार विधायक निर्वाचित हुए हैं. विज ने नड्डा से मुलाकात की और हरियाणा में बीजेपी की ऐतिहासिक जीत और लगातार तीसरी बार सरकार बनाने पर शुभकामनाएं भी दी.