उत्तर प्रदेश का बहराइच एक बार फिर से चर्चा में आ गया है. यूपी के बहराइच जिले के महाराजगंज बाजार इलाके में रविवार (13 अक्टूबर) को दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के जुलूस के दौरान हिंसा में राम गोपाल की मौत हो गई थी. रविवार शाम को शुरू हुई हिंसा ने सोमवार (14 अक्टूबर) को विकराल रूप ले लिया, जिसके बाद कई जगहों पर तोड़फोड़ और आगजनी हुई. घटना के बाद पूरे इलाके में पुलिस तैनात कर दी गई है. ऐसे में अब जानकारी के मुताबिक राम गोपाल ने इस साल ही 20 जुलाई को लव मैरिज की थी. राम गोपाल की मौत के बाद उसकी पत्नी का रो रो के बुरा हाल है.
जानकारी के मुताबिक राम गोपाल की पत्नी रोली 4 महीने की प्रेग्नेंट भी है. राम गोपाल की पत्नी रोली ने सरकार से न्याय की गुहार लगाई है. रोली का कहना है कि खून का बदला खून से लिया जाएगा तभी उन्हें संतोष मिलेगा. इसके अलावा मृतक के परिजनों ने इस घटना के लिए घटना का जिम्मेदार पुलिस प्रशासन को माना. परिजनों का कहना है कि अगर राम गोपाल को सही वक्त पर अस्पताल पहुंचा दिया जाता तो उसकी मौत नहीं होती.
कैसे शुरू हुआ विवाद?
बहराइच के महाराजगंज में रविवार 13 अक्टूबर को मां दुर्गा की मूर्ति का विसर्जन करने के लिए एक जुलूस निकला. इस बीच घाट से करीब 3 किलोमीटर पहले दूसरे समुदाय के लोगों ने अपने धार्मिक स्थल के सामने तेज आवाज में डीजे बजाने को लेकर आपत्ति जताई. ऐसे में दोनों समुदाय के लोगों में कहासुनी हो गई और पथराव शुरू हो गया. इस दौरान दूसरे समुदाय के लोगों ने दुर्गा मां की मूर्ति पर लगे भगवा झंडे को नोच कर नीचे फेंक दिया. इसे देख राम गोपाल इस घटना के मुख्य आरोपी अब्दुल हामिद के घर पर चढ़कर उनका झंडा उतारने लगे. इस दौरान अब्दुल और उसके परिजनों ने राम गोपाल को मारा, उनके नाखूनों तक को नोच लिया और उसे गोली मार दी. इसके बाद राम गोपाल को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई.
घर में था सबसे पढ़ा लिखा
राम गोपाल खेती के साथ कैटरिंग का काम करता था. जानकारी के मुताबिक राम गोपाल ने इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई की है, ऐसे में वह अपने घर में सबसे पढ़ा लिखा इंसान था. राम गोपाल की मौत के बाद उसके घर में मातम पसरा हुआ है.