मेरठ में छात्रों के दो गुटों के बीच में विवाद हो गया था, जिसको लेकर बीते रविवार को परीक्षा देने आए छात्रों के बीच गोलीबारी की जानकारी पुलिस को दी गई थी. इस मामले में बताया गया कि एक पक्ष ने दूसरे पक्ष के छात्र पर फायरिंग का आरोप लगाया था, जिसकी पुलिस ने जांच शुरू कर दी थी. पुलिस जांच में पाया गया कि गोली चलाने का आरोप लगाने वाले छात्र ने दूसरे छात्र से बदला लेने और झूठे मुकदमे में फंसाकर सबक सिखाने के लिए पूरी रणनीति बनाई थी.
दरअसल, मेरठ के एक स्कूल में परीक्षा के दौरान थूकने को लेकर छात्रों के दो गुट में विवाद हो गया. ये विवाद इतना बढ़ गया कि स्कूल के प्रिंसिपल को हस्तक्षेप करके परिजनों को सूचना देनी पड़ी. इसी में एक पक्ष के परिजनों को बुलाकर प्रिंसिपल ने एक छात्र को घर भेज दिया था, जिस समय गोली चलने की सूचना पुलिस को मिली, उस समय वो छात्र स्कूल में ही मौजूद था.
छात्रों के दो गुटों में हुआ था विवाद
थोड़ी देर में थाना ब्रह्मपुरी पुलिस को सूचना मिली कि छात्रों के दो गुटों में विवाद हुआ है, जिसमें गोली चलने की भी सूचना है. आनन-फानन में पुलिस मौके पर पहुंची और देखा कि एक छात्रा के हाथ में गोली लगी है और उसका साथी छात्र भी घायल था. पुलिस ने घायल को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां पर उसकी हालत स्थिर है. पुलिस पूछताछ में उस छात्र ने यह कहा कि उसका विवाद स्कूल में ही पढ़ने वाले एक छात्रा से है, जिसने गोली मारी है.
शिकायत के आधार पर पुलिस ने जांच शुरू की. जांच में पता चला कि घायल छात्र ने झूठी कहानी पुलिस को बताई थी और जिस छात्र के ऊपर आरोप लगाया गया था, वह छात्र अपने परिजनों के साथ घर चला गया था. पुलिस ने इस पूरे मामले की जांच फॉरेंसिक टीम से भी कराई. फॉरेंसिक टीम की रिपोर्ट में पता चला कि छात्र को जो गोली लगी थी, वह उसने खुद मारी थी.
पुलिस पूछताछ में आरोपी छात्र ने कबूला जुर्म
पुलिस ने घायल छात्र से सख्ती से पूछताछ की, जिसमें घायल छात्र ने सच कबूल किया और बताया कि उसका विवाद स्कूल के ही दूसरे छात्र से चल रहा था. उसे फंसाने के लिए उसने यह कहानी रची थी. मेरठ एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र में रविवार को एक मामला प्रकाश में आया था, जिसमें स्कूल के ही दो छात्रों के गुट में विवाद हुआ था, जिसमें एक पक्ष की ओर से दूसरे पक्ष पर गोली चलाने का आरोप लगा था.
पुलिस ने आरोपी छात्र के ऊपर दर्ज की एफआईआर
इसकी जांच फॉरेंसिक से करवाई गई, जिसमें पता चला कि वो गोली पास से ही मारी गई है और जिस समय गोली चलाने की शिकायत की गई थी, उस समय जिस छात्र पर आरोप लगाया गया, वो छात्र स्कूल में ही नहीं मौजूद था. एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि अभी इस बारे में पता लगाया जा रहा है कि उस छात्र ने तमंचा कहां से लिया था. उन्होंने कहा कि फिलहाल आरोपी छात्र के ऊपर मुकदमा दर्ज हो गया है.