उत्तर प्रदेश के कानपुर में सीसामऊ विधानसभा उपचुनाव को लेकर सरगर्मी बढ़ गई है. समाजवादी पार्टी ने पूर्व विधायक इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी को टिकट दिया है. वहीं दूसरी ओर अभी तक भाजपा अपना प्रत्याशी घोषित नहीं कर पाई है. सीसामऊ विधानसभा में 13 नवंबर को वोट पड़ने हैं. वहीं लाल इमली मिल कर्मचारी संयुक्त मोर्चा ने वेतन नहीं तो वोट नहीं का बैनर लगाकर चुनाव में भाजपा को वोट न देने की अपील की है. ऐसे में भाजपा के लिए कानपुर के लाल इमली मिल के मजदूरों की ये अपील मुसीबत बन सकते हैं.
CM योगी ने किया था ऐलान
मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद लाल इमली मिल के मजदूरों ने धन्यवाद व्यापित किया था लेकिन अभी तक किसी तरीके का कोई पैकेज, कोई कार्रवाई आगे न बढ़ने से मजदूर बेहद निराश हैं. उनका कहना है कि पिछली सरकारों की तरह यह सरकार भी चुनावी घोषणा करती नजर आ रही है. मजदूरों का कहना है कि 31 महीने का वेतन और 6 साल का बोनस उन्हें नहीं मिला है, जिससे उनके घरों में इस बार भी दिवाली में भुखमरी के हालात है.
लाल इमली मिल के मजदूर सीसामऊ विधानसभा में आते हैं. उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए लाल इमली मिल के बाहर एक बैनर लगाया है, जिसमें साफ लिखा है कि वेतन नहीं तो भाजपा को वोट नहीं.
मजदूरों ने खोला मोर्चा
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ लाल इमली मिल को फिर से चालू करने की बात अपनी जनसभा में कह गए थे. इसके साथ ही उन्होंने कहा था की कानपुर की इस पहचान को वह दोबारा जीवित करेंगे. जिससे मजदूरों में बेहद उत्साह था कि आखिरकार इतने दिनों बाद किसी सरकार ने उनकी सुध ली. नाराज मजदूरों का कहना है कि सरकार सीसामऊ उपचुनाव के पहले वेतन, बोनस का भुगतान कर देती है तो क्षेत्र में रहने वाले मिल मजदूर भाजपा को वोट करेंगे,नहीं तो सभी मजदूर मिलकर घर-घर भाजपा के खिलाफ वोट करने की अपील करेंगे.