यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का बंटोगे तो कटोगे (Bantoge To Katoge) नारा क्या वायरल हुआ, इसके बाद से इस तरह के मिलते-जुलते स्लोगन्स की एक लाइन सी लग गई. कांग्रेस ने इस पर ‘जुड़ेंगे तो बढ़ेंगे और ‘जुड़ेंगे और जीतेंगे’ जैसे स्लोगन निकाले. तो वहीं, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने ‘न बंटेंगे न टूटेंगे’ और आम आदमी पार्टी ने ‘न बंटेंगे न कटेंगे’ जैसे नारे निकाले. इस तरह ने नारों का ऐसा ट्रेंड चला है कि अब उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPSC) के निर्णय पर हुए बवाल के कारण गरमाई सियासत के बीच प्रतियोगी छात्रों ने भी अपना एक ऐसा ही नारा बना लिया है.
जानकारी के मुताबिक, प्रयागराज में चंद्रशेखर आजाद पार्क से महज 200 मीटर दूर धरने पर बैठे छात्रों का नारा है, न बटेंगे न हटेंगे. इस नारे वाले हजारों पर्चे छात्रों के बीच बांटे गए. छात्र यहां वन डे वन शिफ्ट की मांग कर रहे हैं. इसके लिए वो धरने पर बैठे हैं. पिछले दिन यानि सोमवार को परीक्षा को दो दिन कराए जाने के विरोध में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के बाहर अभ्यर्थियों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया था.
चंद्रशेखर आजाद पार्क के पास धरने पर बैठे छात्रों ने अब इस नारे न बटेंगे न हटेंगे के जरिये आयोग को संदेश भेजा है. इसके मुताबिक, जब तक दो दिन परीक्षा कराने और नॉर्मलाइजेशन निरस्त करने का नोटिस जारी नहीं किया जाएगा, तब तक छात्र धरना स्थल से हटने वाले नहीं हैं. धरना स्थल पर छात्रों ने हाथों में कई तख्तियां भी ले रखीं थीं, जिन पर नारे लिखे थे. छात्र इन नारों के जरिये आयोग के निर्णय के खिलाफ अपनी नाराजगी व्यक्त कर रहे थे.
धरना स्थल पर न तो किसी छात्र संगठन और न ही किसी राजनीति दल का झंडा दिखा. छात्र केवल तिरंगा लहराते दिखे. चंद्रशेखर आजाद पार्क से महज 200 मीटर दूसरे इस आंदोलन के दौरान छात्रों के हाथों में शहीद चंद्रशेखर आजाद, भगत सिंह और महात्मा गांधी की तस्वीरें लहराती नजर आईं. छात्र बार-बार कहते रहे कि वे शांतिपूर्ण ढंग से आंदोलन कर रहे हैं और मांगें पूरी होने तक वहीं डटे रहेंगे.
वहीं, उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के सामने छात्रों के हंगामे को देखते हुए भारी फोर्स तैनात की गई है. सोमवार को प्रतियोगी छात्र आयोग तक जाना चाह रहे थे लेकिन पुलिस ने उन्हें रोकने कि कोशिश की तो प्रतियोगी छात्रों की उनसे झड़प हो गई.
क्या है छात्रों की मांग ?
छात्र पीसीएस प्री परीक्षा 7 व 8 दिसंबर और आरओ/एआरओ परीक्षा 22 व 23 दिसंबर को दो दिन में कराने और नॉर्मलाइजेशन लागू करने के आयोग के फैसले के खिलाफ धरना कर रहे हैं. छात्रों की मांग है कि दोनों परीक्षाओं को One Day, One Shift और No Normalisation में किया जाए.
पहले भी कर चुकें हैं प्रदर्शन
इससे पहले भी 21 अक्टूबर को लोक सेवा आयोग में बड़ी संख्या में UPPSC प्री 2024 और RO/ARO 2023 प्री एग्जाम को लेकर हजारों अभ्यर्थियों ने घेराव और सड़क पर धरना दिया था. उस दौरान भी छात्रों ने नो नॉर्मलाइजेशन और वन डे वन शिफ्ट की मांग को लेकर अपना विरोध दर्ज कराया था. छात्र नॉर्मलाइजेशन हटाने के साथ ही यूपीपीएससी और आरओ/एआरओ परीक्षा को पूर्व की तरह ही एक शिफ्ट में ही आयोजित करवाने की लगातार मांग करते आ रहे हैं.