Breaking
जान्हवी कपूर या खुशी कपूर, दोनों बहनों में से किसका बॉयफ्रेंड है ज्यादा अमीर? बच्ची की बलि, सीना चीरकर निकाला दिल, बिना कपड़ों में तंत्र पूजा; सिद्धी पाने के लिए कातिल बनी मां देश को आजादी दिलाने में सिर्फ एक पार्टी या एक परिवार नहीं, आदिवासी समाज का भी बड़ा योगदान: PM मोदी दिल्ली में अमित शाह ने किया बिरसा मुंडा की प्रतिमा का अनावरण, वजन 3 हजार kg महाराष्ट्रः औरंगाबाद की 2 सीटों पर जीत को लेकर ऐसे ही कॉन्फिडेंट नहीं हैं ओवैसी, 5 महीने पहले ही मिल... पप्पू यादव को धमकी देने का मामला निकला फर्जी, किसी और को फंसाने के लिए रची साजिश इसके साथ ही जेवर एयरपोर्ट के पहले चरण का संचालन शुरू करने की कवायद तेज हो गई है. जेवर एयरपोर्ट का 39... नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर लैंडिंग टेस्टिंग टली, जानें अब कितना करना पड़ेगा इंतजार? ‘हिंदू विरोधियों के साथ रहे अजित’, मतदान से ठीक पहले क्यों ‘बंट’ गए फडणवीस और पवार? कार्तिक पूर्णिमा पर जाम हो गया पटना, दीघा में गाड़ियों की कतार, सड़क पर रेंगते दिखे वाहन

बैंक से लोन लेकर 2.12 लाख में खरीदी 22 हजार की चाइना मेड मशीन, आटा की जगह निकल रहा धुंआ

Whats App

जबलपुर। जबलपुर के कुंडम ब्लाक में सामने आया है, जहां स्वसहायता समूह की महिलाओं को स्वरोजगार के नाम पर लाखों की मशीनें खरीदकर दी गई, लेकिन महज 10 दिन में ही यह खराब हो गई।

चाइना मेड निकली, बाजार कीमत करीब 22 हजार रुपये है

Whats App

स्वसहायता समूह की अध्यक्ष राधा और सचिव ममता यादव के मुताबिक जो मशीनें उन्हें दी गई, वे सारी चाइना मेड निकली और उसकी बाजार कीमत करीब 22 हजार रुपये है, लेकिन इन मशीनों में चस्पा किए दाम और बिल में प्रति मशीन करीब दो लाख 12 हजार रुपये की है।

समूह के पास बैंक की किस्त जमा करने तक के पैसे नहीं है

जिन मशीनों को खरीदने में 12 लाख रुपये खर्च हुए, उसमें आठ लाख रुपये तो समूह के नाम पर बैंक से लोन दिलाया गया, शेष चार लाख रुपये वाटर शेड अनुदान के तौर पर दिए गए। अब मशीन बंद पड़ी है और समूह के पास बैंक की किस्त जमा करने तक के पैसे नहीं है।

जांच में निकली काम दाम और बिना आइएसआइ की मशीन

  • महिलाओं ने इसकी शिकायत कलेक्टर दीपक सक्सेना को दी।
  • जिला पंचायत सीओ मनोज सिंह को जांच करने के निर्देश दिए।
  • कलेक्टर बोले- जांच करने के लिए तीन सदस्यीय जांच टीम बनाई।
  • जनपद पंचायत सीईओ, कुंडम एई व वाटर शेड परियोजना के पीओ हैं।
  • जांच में प्रोजेक्ट में दिए मशीन के मापदंड के मुताबिक मशीन नहीं पाई।
  • परियोजना के प्रभारी अखिल शुक्ला ने यह पूरा खेल

    बाजार मूल्य भी कम पाया गया। इतना ही नहीं खुद के वेंडर ले जाकर महिलाओं को जबरन मशीन दिलवाई गई। महिलाओं के मुताबिक यह पूरा खेल जिला पंचायत में राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन परियोजना के प्रभारी अखिल शुक्ला ने जिला पंचायत कार्यालय में पदस्थ रवि तिवारी और मशीन बेचने वाले व्यापारी ऋतिक जैन के साथ मिलकर खेला।

    ऐसे खेला गया फर्जीवाड़ा

    • कोदू-कुटकी के बिस्किट बनाने के लिए स्वसहायता समूह की महिलाओं को तैयार किया गया
    • महिलाओं के मना करने के बाद भी उन्हें 12 लाख रुपये की पांच मशीनें खरीद कर दी गई।
    • महिलाओं के लोन न लेने पर उन्हें अच्छे भविष्य के सपने दिखाकर आठ लाख का लोन दिलवाया।
    • एक मशीन की कीमत दो लाख 12 हजार रुपये दिखाई गई, जबकि वह 22 हजार रुपये की थी।
    • आठ अक्टूबर को विधायक सिहोरा ने इन मशीनों का उद्घाटन किया और 18 अक्टूबर को बंद हो गईं
    • परियोजना अधिकारी और व्यापारी पांच नवंबर को महिलाओं के पास पहुंचे और समझौते का दबाव बनाया।

    इन मशीनों को खरीदा

    • कोदू-कुटकी का आटा पीसने वाली मशीन
    • शक्कर पीसने वाली मशीन
    • आटा से रोटी बनाने वाली मशीन
    • बिस्किट बनाने वाली मशीन
    • पैक करने वाली मशीन

    ऐसे सामने आया फर्जीवाड़ा

    • मशीनों के स्टीकर हटाया तो मेड इन चाइना लिखा था
    • स्टीकर हटाने के बाद एक नंबर मिला, जिससे पूछताछ की।
    • इस नंबर पर कंपनी ने सही कीमत बताई।

जान्हवी कपूर या खुशी कपूर, दोनों बहनों में से किसका बॉयफ्रेंड है ज्यादा अमीर?     |     बच्ची की बलि, सीना चीरकर निकाला दिल, बिना कपड़ों में तंत्र पूजा; सिद्धी पाने के लिए कातिल बनी मां     |     देश को आजादी दिलाने में सिर्फ एक पार्टी या एक परिवार नहीं, आदिवासी समाज का भी बड़ा योगदान: PM मोदी     |     दिल्ली में अमित शाह ने किया बिरसा मुंडा की प्रतिमा का अनावरण, वजन 3 हजार kg     |     महाराष्ट्रः औरंगाबाद की 2 सीटों पर जीत को लेकर ऐसे ही कॉन्फिडेंट नहीं हैं ओवैसी, 5 महीने पहले ही मिल गए थे संकेत     |     पप्पू यादव को धमकी देने का मामला निकला फर्जी, किसी और को फंसाने के लिए रची साजिश     |     इसके साथ ही जेवर एयरपोर्ट के पहले चरण का संचालन शुरू करने की कवायद तेज हो गई है. जेवर एयरपोर्ट का 3900 मीटर लंबा रनवे तैयार है. जेवर एयरपोर्ट का एक टर्मिनल बिल्डिंग और एटीसी टावर लगभग तैयार हो गया है. जेवर एयरपोर्ट पर पिछले दिनों कई विमान रनवे के ऊपर से होते हुए गुजरे भी हैं. टर्मिनल फिनिशिंग का चल रहा है काम जेवर एयरपोर्ट के टर्मिनल बिल्डिंग में फिनिशिंग का काम चल रहा है. जेवर एयरपोर्ट पर घने कोहरे विमानों को लैंड कराने के लिए तैयारी की जा रही है. जेवर एयरपोर्ट पर कैट एक और कैट तीन उपकरण स्थापित हो चुके हैं. जो कोहरे में विमान की ऊंचाई और दृश्यता की जानकारी देते हैं. इस एयरपोर्ट पर टिकट की बुकिंग फरवरी 2025 से शुरू हो जाएगी. इस एयरपोर्ट पर संचालन का काम भी 2025 से ही शुरू होगा.     |     नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर लैंडिंग टेस्टिंग टली, जानें अब कितना करना पड़ेगा इंतजार?     |     ‘हिंदू विरोधियों के साथ रहे अजित’, मतदान से ठीक पहले क्यों ‘बंट’ गए फडणवीस और पवार?     |     कार्तिक पूर्णिमा पर जाम हो गया पटना, दीघा में गाड़ियों की कतार, सड़क पर रेंगते दिखे वाहन     |