Breaking
‘कंगूवा’ में बॉबी देओल का मुंह खोलना ही उन पर भारी पड़ गया, सूर्या की फिल्म को ले डूबे! PM मोदी का सपना, 2047 तक ड्रग मुक्त होगा भारत… 900 करोड़ के ड्रग्स एक्शन पर बोले DDG ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ पर क्या सोचते हैं नितिन गडकरी? उद्धव ठाकरे से संबंधों पर भी दिया जवाब BJP और RSS के लिए कोरी किताब है संविधान, अमरावती में बोले राहुल गांधी 35 साल का दूल्हा-12 साल की दुल्हन, शादी में पहुंची पुलिस; फिर जो हुआ… ऑपरेशन थियेटर में म्यूजिक के साथ होती है हार्ट की सर्जरी, मिलिए बिहार के इस डॉक्टर से दिल्ली में ड्रग माफिया के खिलाफ NCB का बड़ा एक्शन, पकड़ी गई 900 करोड़ की ड्रग्स बालासाहेब की विचारधारा अलग जरूर है, पर हमारे मन में हमेशा सम्मान है… शाह की चुनौती का प्रियंका ने दि... बहुत सह लिया, अब नहीं सहेंगे; हिंदू हक लेकर रहेंगे…सनानत धर्म संसद में बोले कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर महाराष्ट्र चुनाव: अमरावती में राहुल गांधी के हेलीकॉप्टर की चेकिंग, रायगढ़ में शरद पवार का बैग चेक

अमेरिका से संबंध सुधारना चाहता है ईरान, ट्रंप पर हमले की साजिश पर कही ये बात

Whats App

ईरान अमेरिका के साथ अपने संबंध सुधारने में लगा हुआ है. नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की वापसी के बाद ईरान के कई नेताओं ने खुले तौर पर अमेरिका के साथ रिश्ते सुधारने की वकालत की है. अमेरिकी अखबार न्यूयार्क टाइम्स ने अमेरिकी अधिकारियों, एक्सपर्ट और साथ ही एक ईरानी अधिकारी के हवाले से लिखा, ईरान ने अक्टूबर में बाइडेन प्रशासन को एक संदेश भेजा था जिसमें कहा गया था कि वह डोनाल्ड ट्रंप को मारने की कोशिश नहीं कर रहा है, क्योंकि तेहरान वाशिंगटन के साथ बढ़ते तनाव को कम करने का प्रयास कर रहा था.

ईरान ने ये मैसेज एक मध्यस्थ के जरिए अमेरिका को भेजा था. ईरान का ये संदेश बाइडेन की उस चेतावनी के बाद आया था, जिसमें कहा गया था कि अमेरिका रिपब्लिकन उम्मीदवार ट्रंप के ऊपर हुए किसी भी हमले को “एक्ट ऑफ वॉर” की तरह लेगा.

Whats App

ट्रंप की हो रही एंटी ईरान टीम तैयार

5 नवंबर को ट्रंप की वापसी के बाद से ईरानी पूर्व अधिकारी, पंडित और मीडिया आउटलेट ईरान और अमेरिका के समझौते की वकालत कर रहे हैं. जबकि अमेरिका की तरफ से ऐसा कोई साफ संदेश नहीं मिला है, हालांकि ईरानी UN दूत से ट्रंप के खास एलन मस्क ने मुलाकात की है. साथ ही ईरान के कई सहयोगियों ने ईरान पर और कड़े प्रतिबंधों की वकालत की है और ट्रंप की नई कैबिनेट के ज्यादातर अधिकारी एंटी ईरान हैं.

ट्रंप को क्यों मारना चाहता है ईरान?

अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि ईरान 2020 में अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गए IRGC कमांडर मेजर जनरल कासिम सुलेमानी की मौत की मौत का बदला लेना चाहता है. ईरान के मुताबिक, ये हमला ट्रंप के आदेश पर हुआ था. कासिम सुलेमानी को मध्य पूर्व में ईरानी मिलिशिया और प्रॉक्सी बलों संगठित और निर्देशित करने वाला कमांडर बताया जाता है, जिसके वजह से वह इजराइल और अमेरिका के निशाने पर थे.

‘कंगूवा’ में बॉबी देओल का मुंह खोलना ही उन पर भारी पड़ गया, सूर्या की फिल्म को ले डूबे!     |     PM मोदी का सपना, 2047 तक ड्रग मुक्त होगा भारत… 900 करोड़ के ड्रग्स एक्शन पर बोले DDG     |     ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ पर क्या सोचते हैं नितिन गडकरी? उद्धव ठाकरे से संबंधों पर भी दिया जवाब     |     BJP और RSS के लिए कोरी किताब है संविधान, अमरावती में बोले राहुल गांधी     |     35 साल का दूल्हा-12 साल की दुल्हन, शादी में पहुंची पुलिस; फिर जो हुआ…     |     ऑपरेशन थियेटर में म्यूजिक के साथ होती है हार्ट की सर्जरी, मिलिए बिहार के इस डॉक्टर से     |     दिल्ली में ड्रग माफिया के खिलाफ NCB का बड़ा एक्शन, पकड़ी गई 900 करोड़ की ड्रग्स     |     बालासाहेब की विचारधारा अलग जरूर है, पर हमारे मन में हमेशा सम्मान है… शाह की चुनौती का प्रियंका ने दिया जवाब     |     बहुत सह लिया, अब नहीं सहेंगे; हिंदू हक लेकर रहेंगे…सनानत धर्म संसद में बोले कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर     |     महाराष्ट्र चुनाव: अमरावती में राहुल गांधी के हेलीकॉप्टर की चेकिंग, रायगढ़ में शरद पवार का बैग चेक     |