बिहार के वैशाली जिले में लगने वाले विश्व प्रसिद्ध सोनपुर मेले की शुरुआत 13 नवंबर से हो गई है, जो कि 14 दिसंबर तक चलाने वाला है. इस मेले में आए कई पशु चर्चा का विषय बने हुए हैं. समस्तीपुर जिले से आया पहाड़ी नश्ल का भेड़ भी चर्चा का केंद्र बना हुआ है. यह भेड़ घोड़ा बाजार में पहुंचा है, जहां इसे देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ रोजाना पहुंच रही है. बताया जा रहा है कि भेड़ का मालिक पिछले कई सालों से पशुओं को लेकर इस मेला में आ रहा है.
इस बार सोनपुर मेले में समस्तीपुर जिला के मोहनपुर गांव से पशु प्रेमी डॉ जितेंद्र यादव प्रदर्शनी के लिए एक पहाड़ी नश्ल का भेड़ लेकर आए हैं, जो कि पूरे मेले में चर्चा का विषय बना हुआ है. यादव ने बताया कि वह यह भेड़ चीन-नेपाल के बॉर्डर वाले ग्रामीण इलाके से खरीद कर लाए है. पशु प्रेमी ने बताया कि इस भेड़ की कीमत 55 हजार रुपये है. वहीं, भेड़ को मेले में लाने में करीब 15 रुपये का खर्च आया है.
8 साल से विजेता बना रहा पहाड़ी भेड़
उन्होंने बताया कि यह अर्जुन नाम का पहाड़ी नश्ल का भेड़ पिछले 08 साल से लगातर मेले में होने वाली प्रतियोगिता का विजेता रहा है. पूर्व में सोनपुर मेले में 08 भेड़ो को हराकर विजेता बना है. कोई भी इस भेड़ा से लड़ नही पाया और इसे हरा भी नहीं पाया है. भेड़ बूढ़ा हो चुका है. इसलिए इस बार इसे नहीं लड़ाएंगे और अगली बार से इसे सोनपुर मेला में भी नहीं लाएंगे. इस बार मेले में लोगों से इसकी अंतिम मुलाकात होगी.
‘नहीं बेचता कोई भी पशु’
जितेंद्र यादव ने बताया कि अब हम अर्जुन (भेड़) को घर में ही रखेंगे. उन्होंने बताया कि वह बीते 16 साल से सोनपुर मेला में विभिन्न नश्ल के घोड़े, कुत्ते, भेड़ और बैल लेकर आ रहे हैं. यादव ने बताया कि केवल प्रदर्शनी के लिए पशुओं को लाता हूं. मैं कोई भी पशु को बेचता नहीं हूं. मुझे पशु रखने का काफी शौक है. उन्होंने भेड़ के विषय मे बताया कि यह भेड़ काफी ताकतवर और आक्रमक है. इस भेड़ को लेकर लोगों के बीच खूब चर्चा हो रही है. मालूम हो कि विश्व प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र में लगने वाले सोनपुर मेले को पशु मेला के रूप में भी जाना जाता है.