मेरठ के परतापुर थाना क्षेत्र के शंकर नगर के एक मकान में धर्मांतरण कराए जाने की सूचना मिली. इस सूचना पर हिंदू संगठन और अन्य दल के लोग पुलिस को लेकर मौके पर पहुंचे और वहां से एक पादरी और करीब 50 लोगों को प्रेयर करते हुए पकड़ा. हिंदू संगठनों का आरोप है कि यहां अलग-अलग तरह के प्रलोभन देकर हिंदुओं को ईसाई बनाया जा रहा था. पुलिस को यहां से ईसाई धर्म की काफी सामग्री भी बरामद हुई है.
मेरठ के परतापुर क्षेत्र के शंकर नगर फेज वन में रविवार को धर्मांतरण कराने के आरोप में हंगामे का मामला सामने आया. एक मकान में साउंडप्रूफ हॉल बनाकर चल रही प्रार्थना सभा के दौरान बड़ी संख्या में महिलाएं, पुरुष और बच्चे मौजूद मौजूद थे. इस बात की सूचना मिलते ही हिंदू रक्षा दल, भारतीय किसान मंच के कार्यकर्ताओं के साथ-साथ कई अन्य दलों के लोग भी इकट्ठा हो कर मौके पर पहुंचे और हंगामा कर दिया.
अखबार से कवर कर रखी थी बाइबल
यहां पर मौजूद लोगों को बाइबल के बारे में बताया जा रहा था कि जो बाइबल पड़ेगा उसके रोग और चोट ठीक हो जाएगी. यहां जब मौके पर हिंदूवादी संगठन के लोग पहुंचे तो उन्होंने बताया कि यहां बाइबल को छुपा कर रखा हुआ था. अखबार के पन्नों से बाइबल को कवर किया था. भारतीय किसान मंच के क्षेत्रीय अध्यक्ष गौरव पाराशर ने बताया कि विनीत कुमार नाम का व्यक्ति यहां पादरी के रूप में मौजूद था, जो प्रेयर करा रहा था और वो खुद 10 साल पहले हिन्दू से ईसाई बना था. अब वो अन्य लोगों को ईसाई बना रहा था.
पुलिस ने 8 लोगों को हिरासत में लिया
हंगामे की सूचना पर परतापुर पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 5 पुरुष और 3 महिलाओं को हिरासत में लिया है. हालांकि, यहां मौके पर करीब 50 लोगों के होने की बात कही गई थी. मौके से धार्मिक पुस्तकें और अन्य सामग्री बरामद की गई हैं. एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि प्रकरण में अग्रिम कानूनी कार्रवाई की जा रही है. गौरव पाराशर और सचिन सिरोही ने आरोप लगाया कि मकान में धर्मांतरण की गतिविधियां चलाई जा रही थीं.
हॉल को बना रखा था साउंडप्रूफ
उन्होंने बताया कि साउंडप्रूफ हॉल में 100 से ज्यादा लोगों को बुलाकर प्रार्थना सभा के माध्यम से उनका धर्मांतरण किया जा रहा था. स्थानीय लोगों ने बताया कि इस मकान में अक्सर प्रार्थना सभाएं होती थीं, लेकिन रविवार को बड़ी संख्या में लोग जमा हुए थे. पुलिस ने मौके से बरामद सामग्री की जांच शुरू कर दी है. एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है. हिरासत में लिए गए लोगों से पूछताछ की जा रही है.
धार्मिक सामग्री और प्रार्थना सभा के उद्देश्य को लेकर भी जांच की जा रही है. यह मामला धर्मांतरण के बढ़ते मामलों की ओर ध्यान खींचता है और पुलिस के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है. फिलहाल, इस पर कानूनी कार्रवाई जारी है.