उत्तर प्रदेश के उरई में एक दुल्हन अपने दूल्हे का इंतजार कर रही थी. अगले दिन दूल्हे राजा उसे ब्याह कर अपने साथ ले जाने वाले थे. लेकिन इससे पहले एक फोन आया और दुल्हन के पैरों तले जमीन खिसक गई. दूल्हे ने दुल्हन से ऐसी डिमांड की, जिसे पूरा न होने की बात सुनकर वो भाग गया. शादी के दिन भी वो नहीं आया. दुल्हन ने फिर एसपी से मदद मांगी. 10 दिन बाद दूल्हे को ढूंढकर लाया गया. फिर दोनों परिवारों की रजामंदी से शादी हुई.
घटना माधोगढ़ कोतवाली क्षेत्र के ग्राम बिरिया का है. राजवीर कठेरिया ने अपनी बेटी पूजा की शादी एको निवासी माता प्रसाद के बेटे विकास से तय की थी. जिनकी 25 नवंबर को शादी होनी थी. जब लड़की के परिजन लड़के वालों के यहां शगुन लेकर गए तो दूल्हा वहां नहीं थी. फिर फोन करके दूल्हे ने अतिरिक्त दहेज की मांग की. लड़की वालों ने उसे मनाने की खूब कोशिश की. मगर वो नहीं माना.
धूमधाम से हुई शादी
इसके बाद पता चला कि दूल्हा कहीं भाग गया है. इस बात से परेशान होकर दुल्हन अपने परिजनों संग थाने पहुंच गई. वहां उसने पूरी बात एसपी को बताई. एसपी के आदेश पर दूल्हे की तलाश शुरू हुई. 7 दिसंबर को दूल्हा मिल गया. पुलिस वाले उसे दुल्हन पक्ष के पास लेकर आए. पहले तो दोनों परिवारों में खूब हंगामा हुआ. लेकिन जल्द ही दोनों के बीच शादी को लेकर सहमति बन गई.
थानाध्यक्ष ने की बात
इसके बाद 7 दिसंबर को दूल्हा-दुल्हन की शादी पुलिस की मौजूदगी में करवाई गई. फिर दुल्हन की विदाई हुई. इस अनोखी शादी की चर्चा अब हर जगह हो रही है. दुल्हन के पिता ने पुलिस का धन्यवाद दिया है. थानाध्यक्ष ने कहा कि मामले की शिकायत आने के बाद से ही वो दोनों पक्षों से बातचीत कर रहे थेय लड़के से भी रिश्तेदारों के जरिए बात की गई और उन सभी की गलतफहमी को दूर कर लड़के को बुलाकर शादी कर दी गई है.