सीरिया और दक्षिण कोरिया में जियो पॉलिटिकल टेंशन की वजह से सोमवार को न्यूयॉर्क से लेकर नई दिल्ली तक मामूली तेजी देखने को मिल रही है. दोनों देशों में इस तनाव की वजह से सेफ हैवन की डिमांड में इजाफा देखने को मिला है. इसके विपरीत मजबूत होते डॉलर ने गोल्ड में तेजी में लगात खींच रखी है. जिसकी वजह से गोल्ड की कीमतों में जिस तरह की तेजी देखने को मिलनी चाहिए वो नहीं है.
हाल के हफ्तों में गोल्ड की परफॉर्मेंस काफी ठंडी देखने को मिली है. जिसका प्रमुख कारण अमेरिकी ब्याज दरों को लेकर अनिश्चितता और डॉलर इंडेक्स की मजबूती है. आने वाले दिनों में भी गोल्ड की कीमतों में इसी तरह का उतार चढ़ाव देखने को मिल सकता है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर दक्षिण कोरिया और सीरिया में ऐसा क्या चल रहा है, जिसकी वजह से गोल्ड की कीमतों में मामूली इजाफा देखने को मिल रही है.
सीरिया, दक्षिण कोरिया में उथल-पुथल
सीरिया की राजधानी दमिश्क पर विद्रोहियों के कब्जा करने और राष्ट्रपति बशर अल-असद का तख्तापलट होने के बाद से सेफ हैवन की डिमांड में इजाफा देखने को मिल रहा है. इसका मतलब है कि गोल्ड की कीमत में तेजी देखने को मिल रही है. मार्केट को काफी दिनों से इसका इंतजार था कि लंबे गृहयुद्ध के बाद शासन में क्या बदलाव हो सकता है. विद्रोहियों को आंशिक रूप से तुर्की का समर्थन प्राप्त था. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इजराइल ने सीरियाई क्षेत्र में भी प्रवेश किया है.
वहीं दूसरी ओर दक्षिण कोरिया में भी नेतृत्व संकट गहराता हुआ दिखाई दिया. पिछले सप्ताह मार्शल लॉ लागू करने के असफल प्रयास की आपराधिक जांच में राष्ट्रपति यूं सुक येओल का नाम लिया गया. यून वीकेंड महाभियोग वोट से बच गए. लेकिन उनकी अपनी पार्टी के नेता ने कहा कि राष्ट्रपति को अब किनारे किया जाएगा और उन्हें पद छोड़ने के लिए मजबूर किया जाएगा.
इन दोनों जियो पॉलिटिकल उथल-पुथल की वजह से गोल्ड की डिमांड बढ़ाने में काफी मदद की है. इसके विपरीत मजबूत होते डॉलर की वजह से गोल्ड का दायरा काफी सीमित रहा. बाजारों ने मोटे तौर पर यह अनुमान लगाया है कि फेडरल रिजर्व अगले सप्ताह ब्याज दरों में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती करेगा. लेकिन दरों पर केंद्रीय बैंक का दीर्घकालिक दृष्टिकोण अनिश्चित हो गया है, महंगाई और आर्थिक लचीलेपन के कारण 2025 में नरमी की गति धीमी होने की संभावना है.
अमेरिका में कितने हो गए गोल्ड के दाम
सीरिया और दक्षिण कोरिया में चल रहे उथल पुथल की वजह से गोल्ड की कीमतों में तेजी का माहौल बना हुआ है.कॉमेक्स पर गोल्ड फ्यूचर 6 डॉलर प्रति ओंस की तेजी के साथ 2,665.30 डॉलर प्रति ओंस पर आ गया है. जबकि गोल्ड स्पॉट की कीमतों में तेजी 13 डॉलर प्रति ओंस से ज्यादा की तेजी देखने को मिल रही है और दाम 2,646.60 डॉलर प्रति ओंस पर आ गई है. चांदी की बात करें तो कॉमेक्स पर सिल्वर फ्यूचर 0.20 फीसदी की तेजी के साथ 31.65 डॉलर प्रति ओंस पर कारोबार कर रही है. सिल्वर स्पॉट के दाम 0.81 फीसदी की तेजी के साथ 31.22 डॉलर प्रति ओंस पर कारोबार कर रहा है.
भारत में भी गोल्ड हुआ महंगा
भारत के मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर गोल्ड की कीमतों में तेजी देखने को मिल रही है. दोपहर 1 बजकर 10 मिनट पर गोल्ड की कीमत में 311 रुपए की तेजी देखने को मिल रही है और दाम 76,930 रुपए प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गए हैं. जबकि सोमवार को गोल्ड के दाम 76,748 रुपए के साथ ओपन हुए थे. दूसरी ओर चांदी के दाम की बात करें तो 503 रुपए का इजाफा देखने को मिल रहा है और दाम 92,951 रुपए प्रति किलोग्राम हो गए हैं. कारोबारी सत्र के दौरान चांदी के दाम 92,953 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुंच गए थे. जबकि सोमवार को चांदी 92,270 रुपए के साथ ओपन हुई थी.
चीन में तांबे को नुकसान
औद्योगिक धातुओं में, तांबे की कीमतों में सोमवार को गिरावट देखने को मिली है. उम्मीद से कम चीनी महंगाई के आंकड़ों ने टॉप इंपोर्टर चीन में आर्थिक तनाव के अधिक संकेत दिए. लंदन मेटल एक्सचेंज पर तांबा 0.2% गिरकर 9,082.0 डॉलर प्रति टन हो गया. बीजिंग के हालिया प्रोत्साहन उपायों के बावजूद, काउंटी में आर्थिक स्थिति में सुधार के सीमित संकेतों के बीच, चीनी महंगाई नवंबर में उम्मीद से अधिक घट गई, जबकि उत्पादक महंगाई लगातार 25वें महीने कम हो गई.
क्या कहते हैं जानकार?
एचडीएफसी सिक्योरिटीज में कमोडिटी करेंसी के हेड अनुज गुप्ता के अनुसार गोल्ड की कीमतों मामूली इजाफा साउथ कोरिया और सीरिया में चल रहे उथल पुथल की वजह से है. साल के अंत तक गोल्ड की की कीमत में 500 रुपए से 700 रुपए तक का इजाफा देखने को मिल सकता है. इन तमाम बातों के बीच में डॉलर बड़ा फैक्टर रहेगा. डॉलर इंडेक्स में तेजी का माहौल बना हुआ है और 20 जनवरी को डॉलर इंडेक्स में और बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है. जिसका असर गोल्ड की कीमतों में देखने को मिल सकता है.