दिल्ली: कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी गृह मंत्री की, स्कूलों को बम की धमकी मिलने पर केजरीवाल का अमित शाह पर हमला
राजधानी दिल्ली में एक बार फिर 40 स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी मिली है. जिसके बाद स्कूल पहुंचे बच्चों को वापस घर भेज दिया गया है. जिन स्कूलों को धमकी मिली है उनमें आरके पुरम, पश्चिम विहार और मयूर विहार फेज-1 स्थित स्कूल शामिल हैं. इस मामले को लेकर आम आदमी पार्टी के संयोजक और सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का बयान सामने आया है. उन्होंने इसको लेकर चिंता जताई है साथ ही राजधानी की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं.
केजरीवाल ने कहा है कि आज सुबह पता चला कि दिल्ली के करीब 40 स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी मिली है. दिल्ली की कानून व्यवस्था दिन ब दिन बदतर होती जा रही है. राजधानी के अलग-अलग इलाकों में घटनाएं रोज हो रही है. उन्होंने कहा कि चारों तरफ महिलाएं असुरक्षित हैं और अब बच्चे भी सुरक्षित नहीं है ये बेहद चिंता की बात है. उन्होंने कहा कि ये सब पहली बार नहीं हो रहा है. इससे पहले भी ऐसी धमकियां मिली हैं.
- 1 मई को स्कूलों को धमकियां मिली.
- 12 मई को दिल्ली के 8 अस्पताल और एयरपोर्ट को उड़ानें की धमकी मिली.
- 24 तारीख को कॉलेजों को धमकी मिली.
- 20 अक्टूबर को प्रशांत विहार के CRPF स्कूल के पास धमाका हुआ.
‘कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी अमित शाह की है’
इसके आगे पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वो देश के गृहमंत्री अमित शाह से हाथ जोड़कर विनती करते हैं कि शाह दिल्ली आएं और यहां के लोगों को भरोसा दिलाएं की वो सुरक्षित कैसे रहेंगे. केजरीवाल ने कहा कि मैं राजनीति नहीं करता लेकिन कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी अमित शाह की है. केजरीवाल ने सवाल किया कि जिन लोगों ने धमकी दी उनमें से किसी को भी पकड़ने में दिल्ली पुलिस कामयाब क्यों नहीं हुई. अमित शाह चुप क्यों हैं. उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट करके भी गृहमंत्री पर निशाना साधा
‘धमकियों से दहशत में हैं दिल्ली के लोग’
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि लगातार मिल रही इन धमकियों से दिल्ली के लोग डरे हुए हैं वो दहशत में हैं, वहीं बीजेपी का कहना है कि ये कोई मुद्दा ही नहीं है. ये हैरत की बात है. उन्होंने कहा कि अब बच्चों के स्कूलों को भी धमकियां मिल रही हैं. ऐसे में उनके अभिभावक भी खौफजदा है.
ई-मेल के जरिए मिली थी स्कूलों को धमकी
दरअसल सोमवार को स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी एक ई-मेल के जरिए मिली थी. जिसके बाद स्कूल प्रशासन ने एहतियात के तौर पर सभी बच्चों को घर वापस भेज दिया है और मामले की सूचना अग्निशमन और पुलिस को दी. धमकी में 25 लाख 40 हजार रुपयों की मांग की गई है.