एनआईए की टीमों ने गिरफ्तार आरोपी बलजीत मौर से जुड़े संदिग्धों के साथ-साथ डाला और केटीएफ से जुड़े लोगों के ठिकानों पर व्यापक तलाशी ली. पंजाब के बठिंडा, मुक्तसर साहिब, मोगा, फिरोजपुर, संगरूर और मानसा जिलों और हरियाणा के सिरसा जिलों में छापेमारी की गई.
बिहार के बेगूसराय जिले में कथित जहरीली शराब पीने से बुधवार (11 दिसंबर) सुबह दो लोगों की मौत हो गई. पुलिस ने बताया कि घटना चेरिया बरियारपुर थाना क्षेत्र के गांव मेहदा शाहपुर की है. हालांकि जिला पुलिस ने इस बात की पुष्टि नहीं की है कि इनकी मौत जहरीली शराब पीने से हुई या किसी अन्य कारण से. पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक मृतक की पहचान हरेराम तांती (50) तथा चुनचुन प्रसाद सिंह (60) के रूप में की गई है.
जिला पुलिस ने एक बयान में दावा किया, “तांती के परिजनों ने बयान में बताया कि उसे सांस लेने में तकलीफ के चलते एक प्राईवेट अस्पताल में भर्ती कराया था जहां उसकी मौत हो गई. वहीं चुनचुन प्रसाद सिंह की मौत के संबंध में की गई जांच में पाया गया कि ठंड लगने के कारण उसकी तबीयत खराब हो गई थी और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.”
जिले के कई स्थानों पर हो रही छापेमारी
जिला पुलिस ने बयान में बताया , “चुनचुन प्रसाद सिंह के घरवालों ने पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया है. वहीं तांती के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.” ऐसे में पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट तौर पर मौत के कारण का पता चल सकेगा. इस बीच, जिला पुलिस और निषेध उत्पाद और पंजीकरण विभाग के अधिकारी संयुक्त रूप से गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल लोगों के बारे में पता लगाने के लिए जिले के विभिन्न स्थानों पर छापेमारी कर रहे हैं.
एक दिन पहले शराब का किया था सेवन
गावों के लागों से मिली जानकारी के मुताबिक दोनों शराब पानी के आदी थे और घटना से एक दिन पहले उन्होंने शराब का सेवन किया था. बिहार की नीतीश कुमार सरकार ने अप्रैल 2016 में राज्य में शराब की बिक्री और सेवन पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. हालांकि, इसके बावजूद भी राज्य से शराब की तस्करी लगातार जारी है. इस साल अक्टूबर में सारण, सिवान और गोपालगज जिलों में जहरीली शराब का सेवन करने के बाद लगभग 37 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य लोगों की आंखों की रोशन चली गई थी.