Breaking
रात को दबे पांव ट्रक ड्राइवर के साथ भागी 19 साल की लड़की, शादी करके अब सताने लगा इस बात का डर… क्या है डंकी रूट… कैसे बांग्लादेशी अवैध तरीके से दिल्ली पहुंच गए, पुलिस ने 9 को दबोचा भारत में HMPV वायरस का तीसरा केस, अहमदाबाद में 2 महीने का बच्चा पॉजिटिव ओले-बारिश…भीषण सर्दी के बीच दिल्ली में मौसम ने ली करवट, जानें अगले 7 दिनों का मौसम पटना: प्रशांत किशोर को मिली जमानत, लेकिन शर्त मानने को तैयार नहीं…जाना पड़ेगा जेल? दिल्ली चुनाव: कांग्रेस ने किया ‘प्यारी दीदी’ योजना का ऐलान, महिलाओं को हर महीने मिलेंगे 2500 रुपये भारत में भी पहुंचा चीन वाला HMPV वायरस, क्या फिर आएगी कोई नई महामारी इंदौर क्राइम ब्रांच की बड़ी कार्रवाई, ब्राउन शुगर और ड्रग्स की तस्करी करने वाले चार लोगों को पकड़ा इंदौर में डिस्पोजल फैक्ट्री में लगी भीषण आग, जान बचाकर भागे कर्मचारी कचरे के विरोध में आत्मदाह पर BJP की सफाई, कहा- पार्टी से निष्कासित थे दोनों युवक

भारत और पाकिस्तान ने परमाणु प्रतिष्ठानों की सूची का किया आदान-प्रदान, दशकों से जारी है सिलसिला

Whats App

भारत और पाकिस्तान ने बुधवार 1 जनवरी को राजनयिक चैनलों के माध्यम से दिल्ली और इस्लामाबाद में एक द्विपक्षीय समझौते के तहत अपने परमाणु प्रतिष्ठानों की सूची का आदान-प्रदान किया. यह समझौता दोनों पक्षों को एक-दूसरे के परमाणु प्रतिष्ठानों पर हमला करने से रोकता है. दोनों देशों के बीच करीब तीन दशक से अधिक समय से ये सिलसिला लगातार जारी है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि सूची का आदान-प्रदान परमाणु प्रतिष्ठानों पर हमले को रोकने वाले एक समझौते के प्रावधानों के तहत हुआ.

विदेश मंत्रालय के मुताबिक, “भारत और पाकिस्तान ने आज राजनयिक चैनलों के माध्यम से, नई दिल्ली और इस्लामाबाद में, परमाणु प्रतिष्ठानों और सुविधाओं के खिलाफ हमले के निषेध पर समझौते के तहत शामिल परमाणु प्रतिष्ठानों और सुविधाओं की सूची का आदान-प्रदान किया. सूची का आदान-प्रदान कश्मीर मुद्दे के साथ-साथ सीमा पार आतंकवाद को लेकर दोनों देशों के बीच खराब संबंधों के बीच हुआ.

समझौते पर 31 दिसंबर, 1988 को हुए थे हस्ताक्षर

समझौते पर 31 दिसंबर, 1988 को हस्ताक्षर किए गए और 27 जनवरी, 1991 को यह लागू हुआ. इस समझौते के तहत दोनों देशों के बीच हर साल कैलेंडर ईयर के पहले दिन यानी एक जनवरी को अपने परमाणु प्रतिष्ठानों और सुविधाओं के बारे में एक दूसरे के साथ जानकारी साझा करने का प्रावधान है. ये सूची राजनयिक माध्यमों से एक-दूसरे को सौंपी जाती है. सख्ती के साथ दोनों ही देश इस समझौते का पालन किया जाता है.

विश्वास बहाली का एक महत्वपूर्ण कदम

इस सूची का आदान-प्रदान कश्मीर मुद्दे के साथ-साथ सीमा पार आतंकवाद को लेकर दोनों देशों के बीच संबंधों में गतिरोध के बीच हुआ है. यह दोनों देशों के बीच ऐसी सूचियों का लगातार 35वां आदान-प्रदान है, पहला आदान-प्रदान 1 जनवरी 1992 को हुआ था. भारत और पाकिस्तान के बीच ये समझौता विश्वास बहाली का एक महत्वपूर्ण कदम था, जिसका मकसद यह सुनिश्चित करना था कि दोनों देश एक-दूसरे के परमाणु प्रतिष्ठानों पर हमला नहीं करेंगे. इस समझौते का उद्देश्य दोनों देशों के बीच परमाणु हथियारों और प्रतिष्ठानों के संभावित उपयोग से बचाव करना और क्षेत्रीय स्थिरता को को बनाए रखना था.

रात को दबे पांव ट्रक ड्राइवर के साथ भागी 19 साल की लड़की, शादी करके अब सताने लगा इस बात का डर…     |     क्या है डंकी रूट… कैसे बांग्लादेशी अवैध तरीके से दिल्ली पहुंच गए, पुलिस ने 9 को दबोचा     |     भारत में HMPV वायरस का तीसरा केस, अहमदाबाद में 2 महीने का बच्चा पॉजिटिव     |     ओले-बारिश…भीषण सर्दी के बीच दिल्ली में मौसम ने ली करवट, जानें अगले 7 दिनों का मौसम     |     पटना: प्रशांत किशोर को मिली जमानत, लेकिन शर्त मानने को तैयार नहीं…जाना पड़ेगा जेल?     |     दिल्ली चुनाव: कांग्रेस ने किया ‘प्यारी दीदी’ योजना का ऐलान, महिलाओं को हर महीने मिलेंगे 2500 रुपये     |     भारत में भी पहुंचा चीन वाला HMPV वायरस, क्या फिर आएगी कोई नई महामारी     |     इंदौर क्राइम ब्रांच की बड़ी कार्रवाई, ब्राउन शुगर और ड्रग्स की तस्करी करने वाले चार लोगों को पकड़ा     |     इंदौर में डिस्पोजल फैक्ट्री में लगी भीषण आग, जान बचाकर भागे कर्मचारी     |     कचरे के विरोध में आत्मदाह पर BJP की सफाई, कहा- पार्टी से निष्कासित थे दोनों युवक     |