अयोध्या: 110 नए VIP मेहमान, जर्मन हैंगर टेंट, सोने-चांदी के धागों से बने कपड़े…रामलला प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ की तैयारियां जोरों पर
अयोध्या के भव्य मंदिर में विराजमान रामलला के प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ की तैयारियों ने जोर पकड़ लिया है. ये समारोह 11 से 13 जनवरी तक आयोजित होगा. इसमें वीआईपी लोगों के साथ साथ आम लोगों को भी शामिल किया जाएगा. पिछले साल इस ऐतिहासिक समारोह में आम लोग शामिल नहीं हो पाए थे.
उत्तर प्रदेश सरकार ने एक बयान से मिली एक जानकारी के मुताबिक इस कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे और राम लला का अभिषेक करेंगे. बयान में बताया गया ” राम लला प्रतिष्ठा द्वादशी के प्रथम दिन पितांबरी धारण करेंगे जिसे दिल्ली में तैयार किया जा रहा है.”
11 जनवरी से प्रारंभ होगा समारोह
बयान में कहा गया, ” पितांबरी की बुनाई और एंब्रॉयडरी सोने और चांदी के धागों से की जा रही है. यह 10 जनवरी को अयोध्या पहुंचेगी जिसे 11 जनवरी को राम लला पहनेंगे और 11 जनवरी को दर्शन देंगे.” यह समारोह राम लला के अभिषेक के साथ प्रारंभ होगा.
राम लला के अभिषेक और पूजा की प्रक्रिया सुबह 10 बजे प्रारंभ होगी. प्राण प्रतिष्ठा में जिस प्रकार अभिषेक किया गया था, उसी तरह, प्रतिष्ठा द्वादशी को राम लला का पंचामृत, सरयू नदी के जल आदि से अभिषेक किया जाएगा. अभिषेक पूजा के बाद दोपहर 12 बजकर 20 मिनट पर राम लला की आरती उतारी जाएगी. मंदिर ट्रस्ट के अनुसार अंगद टीला स्थल पर एक जर्मन हैंगर टेंट लगाया गया है, जिसमें 5,000 लोगों तक की मेजबानी की जा सकती है.
आम लोग भी होंगे आमंंत्रित
आम लोगों को भव्य कार्यक्रमों को देखने का अवसर मिलेगा, जिसमें मंडप और यज्ञशाला में प्रतिदिन आयोजित होने वाले शास्त्रीय सांस्कृतिक प्रदर्शन, अनुष्ठान और राम कथा प्रवचन शामिल हैं. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा, “ट्रस्ट ने आम लोगों को आमंत्रित करने का फैसला किया है जो पिछले साल अभिषेक समारोह में शामिल नहीं हो सके थे. उन्हें अंगद टीला में तीनों दिनों के कार्यक्रमों में शामिल होने की अनुमति दी जाएगी.”
ट्रस्ट ने कहा कि 110 वीआईपी सहित मेहमानों को निमंत्रण पत्र वितरित किए गए हैं. इनमें से कई लोग 22 जनवरी, 2024 को मूल प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं हो पाए थे. राय ने कहा, ‘पिछले साल शामिल नहीं हो पाने वालों को इस साल वर्षगांठ समारोह में शामिल किया जाएगा.’
देश भर के संतों और भक्तों को भेजा गया है निमंत्रण
दैनिक कार्यक्रम में दोपहर दो बजे से राम कथा सत्र शुरू होते हैं, उसके बाद रामचरितमानस (मानस प्रवचन) पर प्रवचन और सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं. प्रत्येक सुबह प्रसाद वितरण की योजना बनाई गई है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उपस्थित लोग भक्ति और आध्यात्मिक अनुभव का आनंद लें. ट्रस्ट ने पहले ही देश भर के संतों और भक्तों को निमंत्रण भेज दिया है.
अयोध्या मंदिर में 22 जनवरी, 2024 को रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गई थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कई जानी-मानी हस्तियां इस समारोह में शामिल हुई थीं.