महाकुंभ में देश ही नहीं दुनिया भर से श्रद्धालु उमड़ पड़े हैं. महाकुंभ के पहले पवित्र स्नान यानी पौष पूर्णिमा के मौके पर डेढ़ करोड़ से भी अधिक लोगों ने आस्था की डुबकी लगाई. महाकुंभ मेला प्रशासन ने शाम चार बजे तक ही एक करोड़ 60 लाखों लोगों के स्नान की जानकारी दी है. जबकि अभी भी स्नानार्थियों की भीड़ कम नहीं हो रही. उधर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पौष पूर्णिमा के मौके पर महाकुंभ में आए सभी श्रद्धालुओं, संत महात्माओं, कल्पवासियों और आगंतुकों का स्वागत किया है.
सीएम योगी सभी को महाकुंभ में प्रथम स्नान की शुभकामनाएं दी हैं. इसी क्रम में मंगलवार को मकर संक्रांति का स्नान होगा. इसके लिए सबसे पहले विभिन्न अखाड़ों के साधु संत पहला अमृत स्नान करेंगे. इसके बाद देश और दुनिया भर से आए श्रद्धालु एवं अन्य संत महात्मा भी यहां श्रद्धा की डुबकी लगाएंगे. उम्मीद है कि मंगलवार को स्नान करने वालों की संख्या और भी अधिक हो सकती है.
सनातन के रंग में रंगे विदेशी
मेला प्रशासन के मुताबिक महाकुंभ में श्रद्धालुओं में होने वाली भीड़ की संभावना को देखते हुए पुख्ता इंतजाम किए थे. इसके लिए संगम क्षेत्र में करीब 12 किलोमीटर लंबा घाट तैयार किया गया है. वहीं इस दौरान किसी तरह की दुर्घटना से बचने के लिए भी व्यापक सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं. पौष पूर्णिमा के अवसर पर बड़ी संख्या में विदेशी भी महाकुंभ पहुंचे. इनमें अमेरिका, रूस, जर्मनी, इटली, इक्वाडोर आदि देशों के लोग शामिल हैं. इन लोगों ने भी भारतीय लोगों के साथ ही संगम में डुबकी लगाई. इस मौके पर उनका उत्साह देखने लायक था.
सुरक्षा के हैं पुख्ता प्रबंध
इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ देख विदेशी पर्यटक हैरान भी नजर आए. संगम स्नान के बाद इन लोगों ने भी माथे पर तिलक लगाया और विभिन्न अखाड़ों में बैठकर भजन किर्तन भी किया. मेला प्रशासन के मुताबिक इस भीड़ में कई लोग अपनों से बिछड़ भी गए. हालांकि मेला प्रशासन की ओर से लगाए गए सहायता शिविर की मदद से करीब ढाई सौ लोगों को अपनों से मिलाया भी गया. इसके लिए पुलिस ने कुंभ मेला क्षेत्र में जगह जगह भूले भटके शिविर व पुलिस सहायता केंद्र स्थापित किए हैं. वहीं पूरे मेले पर नजर रखने के लिए जगह जगह वॉच टावर भी लगाए गए हैं.