हिसार। में साइबर ठग आनलाइन पैसे लूटने के नए-नए तरीके अपना रहे है। साइबर ठगों ने फोन-पे, पेटीएम और अन्य ट्रांजेक्शन एप से पैसे लूटने के लिए अपने फर्जी कस्टमर केयर के नंबर गूगल पर डाले हुए है। इन एप के जरिये अगर कोई पेमेंट की ट्रांजेक्शन नहीं होती है तो ग्राहक पहले बैंक से पूछते है, वहां से उन्हें संबंधित एप के कस्टमर केयर से बात करने के लिए कहा जाता है, लेकिन जब शिकायतकर्ता संबंधित एप के बारे में गूगल पर कस्टमर केयर के नंबर खोजता है तो उसे वहां ठगों के नंबर मिलते है, जिस पर फोन करते है तो पहले से पीड़िताें को साबइर ठगों द्वारा दोबारा से ठग लिया जाता है।
बैंक से खाते निकाले रुपये
ताजा मामले में गांव दड़ौली निवासी अशोक कुमार के साथ साइबर ठगों ने ऐसे ही ठगी कर ली। मामले में उसने साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में शिकायत दी है। शिकायत में बताया कि उसकी पत्नी रीटा देवी का खाता स्टेट बैंक आफ इंडिया भट्टू कला, फतेहाबाद में है। इस खाते का संचालन वह करता है। उसने यह खाता फोन-पे पर रजिस्टर्ड किया हुआ है। इस खाते से उसने 14 जून 2021 को 10000 रुपये की राशि दूसरे खाते में भेजी। यह राशि उसके बैंक खाते से कट गई। लेकिन जिस लाभार्थी के खाते में उसने रकम भेजी, उसके बैंक खाते में नहीं गई। उसने बैंक शाखा में संपर्क किया, उन्होंने बोला कि फोन-पे ग्राहक सेवा केंद्र से संपर्क करें। जब उसने गूगल से फोन-पे ग्राहक सेवा केंद्र का संपर्क नंबर खोजा तो उसे 8514948806 और 9883861784 नंबर मिले। इन नंबरों पर संपर्क करने पर उन्होंने फोन-पे खोलने को कहा।
खाता नंबर, आइएफएससी कोड और एटीएम कार्ड नंबर पूछा
जिस पर उन्होंने टू-कांटेक्ट का आप्शन ओपन करके अकाउंट खोलने को कहा। जिसमें उन्होंने पिन नंबर बोलकर रिफंड 24123 कोड बोल कर अपने खाते में रुपये ट्रांसफर करवा लिए। जिसमें दूसरी ट्रांजेक्शन 34123 कोड नंबर लिखवा कर खाते में करवा ली। इसके बाद 24123 कोड बोलकर एक और ट्रांजेक्शन करवाई। इसके बाद कोड नंबर 199 बोल कर ट्रांजेक्शन करवाई। इस तरह उसके खाते से 82,568 रुपये निकाल लिए। बाद में खाता नंबर, आइएफएससी कोड और एटीएम कार्ड नंबर बारे पूछा तो उसने यह बताने से इंकार कर दिया। उसके बाद आराेपितों ने उसे कहा कि अगर आप नहीं बताओगे तो आपके पैसे रिफंड नहीं होंगे यह आपका आखरी प्रोसेस है। यह प्रोसेस पूरी होने के बाद आपकी सारी राशि रिफंड कर दी जाएगी। उसने नहीं बताया तो आरोपितो ने फोन काट दिया। पुलिस ने मामले में जांच कर धारा 406, 419, 420 के तहत केस दर्ज कर लिया है।