नई दिल्ली। रूस से जारी जंग के बीच यूक्रेन में कई भारतीय छात्र फंसे हुए हैं। छात्रों को वापस देश लाने की कवायद शुरू हो चुकी है। यूक्रेन में फंसे कुछ छात्रों ने भारत सरकार से स्थिति तनावपूर्ण होने पर अपने बच्चों को वहां से जल्द से जल्द निकालने का आग्रह किया है। इस बीच कुछ माता-पिता आज नई दिल्ली में रूसी दूतावास पहुंचे और यूक्रेन में चल रहे सैन्य अभियानों और बच्चों की सुरक्षा पर चिंता जताते हुए एक प्रदर्शन किया। हम अपनी सरकार से अनुरोध करते हैं कि फंसे हुए बच्चों को सुरक्षित रूप से यूक्रेन की सीमाओं तक पहुँचाया जाए जहाँ से वे वापस आ सकें। वर्तमान स्थिति के कारण, हमें अभी यह पता नहीं चल पाया है कि इन छात्रों को सीमा पर कैसे लाया जाएगा उन्होंने आगे कहा कि बच्चों के पास खाने-पीने के लिए पर्याप्त नहीं है। रेणु ने कहा, “उनके पास जो कुछ बचा है उस पर वे सेवा कर रहे हैं और आपस में बांट रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि रूसी सरकार हो या भारत सरकार, “हम चाहते हैं कि वे हमारे बच्चों को सुरक्षित निकाल लें।” गुप्ता ने कहा, “वहां के विश्वविद्यालयों ने ऑफलाइन कक्षाओं में स्विच कर दिया है। उन्होंने छात्रों से यह भी कहा है कि अगर वे कक्षाएं याद करते हैं, तो जुर्माना लगाया जाएगा। वे एक मनोवैज्ञानिक भय पैदा कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि उनकी बेटी बंकर में है जबकि बाहर गोलाबारी हो रही है।
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