सिरोही: शिवगंज शहर स्थित जिलास्तरीय अस्पताल में इस समय शवों का पोस्टमार्टम करवाने की जगह ही नहीं है, अस्पताल परिसर में बनी दशकों पुरानी मॉर्च्युरी का मरम्मत कार्य करीब 4 महीनों से चल रहा है। ऐसे में पुलिस अधिकारियों को शवों का पोस्टमार्टम करवाने के लिए शिवगंज शहर से तकरीबन 18 किलोमीटर दूर पालड़ी एम अस्पताल की मॉर्च्युरी में शव को उठाकर ले जाना पड़ता है।संबंधित ठेकेदार ने मॉर्च्युरी भवन की छत निर्माण के बाद अब मॉर्च्युरी के अंदर के हिस्से में निर्माण कार्य शुरू किया है, सही मायने में देखा जाए तो जिलास्तरीय अस्पताल में मॉर्च्युरी का निर्माण कार्य इतना धीमी गति से किया जा रहा है, कि इसे देखकर कोई भी कह सकता है अभी चार-पांच महीने और लग सकते हैं, ऐसे में शव का पोस्टमार्टम करवाने के लिए पुलिस के साथ-साथ उसके परिजनों को सबसे अधिक खामियाजा उठाना पड़ता है, शव को मोर्चरी तक ले के जाना और वहां से वापस अपने घर ले जाने का कार्य परिजनों को करना पड़ता है, इसके अलावा पुलिस को 18 किलोमीटर दूर का सफर तय कर अपना समय बर्बाद करना पड़ रहा है।इस मामले में शिवगंज सीआई बुद्धाराम चौधरी बताते हैं पिछले तीन चार महीने से शवों का पोस्टमार्टम करवाने के लिए पालड़ी एम अस्पताल की मॉर्च्युरी में भी जाना पड़ता है, ऐसे में मृतक के परिजनों को ज्यादा परेशानी उठानी पड़ती है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ राजेश कुमार बताते हैं कि इस संबंध में उन्होंने अधिशासी अभियंता जोकि उदयपुर बैठते हैं उन्हें दो बार पत्र लिखा गया तथा तथा फोन पर भी लगातार कहा, उन्होंने कहा कि मॉर्च्युरी की मरम्मत का कार्य शीघ्र ही पूरा करवाया जाएगा।
Breaking