हिसार: सीएम मनोहर लालहरियाणा के सीएम मनोहर लाल आज दोपहर 12 बजे ऐतिहासिक स्थल राखी गढ़ी के म्यूजियम में विभिन्न विभागों के अतिरिक्त मुख्य सचिवों के साथ विकास कार्यो की समीक्षा करेंगें।मुख्यमंत्री शनिवार को ऐतिहासिक स्थल राखीगढ़ी के म्यूजियम एवं पुरातात्विक उत्खनन शिविर/स्थल का निरीक्षण करेंगे। साथ ही सीएम विभिन्न विभागों के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक में म्यूजियम के निर्माण कार्यो, राखी गढ़ी के सौंदर्यकरण, स्ट्रीट लाईट, प्रतीक चिन्ह, नागरिकों के पुनर्वास का प्रबंध, गेस्ट हाऊस तथा विभिन्न तालाबों के सौंदर्यकरण बारे आवश्यक दिशा-निर्देश देगें।राखी गढ़ी का इतिहासहिसार के राखीगढ़ी गांव में 11 टीलों के नीचे 5 हजार साल पुराना शहर मिला है। यह 350 हेक्टेयर में फैला है। इसमें 7 टीलों को चिन्हित किया है। दफन हो चुके हड़प्पाकालीन शहर की पुरातात्विक खुदाई में विकसित शहर के सबूत मिले है। उस शहर में पांच हजार साल पहले घर, साफ सफाई, सड़कें, आभूषण और शवों के अंतिम संस्कार के वक्त क्या रखा जाता था, इसके भी सबूत मिले हैं। खुदाई में महिलाओं के शव, चूल्हें और कॉपर का आईना भी मिला था। आज की भांति कटी हुई सड़कें, गलियां और नालियां हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि राखी गढ़ी हड़प्पा काल का एक महत्वपूर्ण शहर और व्यावसायिक केंद्र रहा होगा।
Breaking
तमिलनाडु: ‘इरोड पूर्व’ सीट पर उपचुनाव नहीं लड़ेगी BJP, के अन्नामलाई ने कहा- हमारा लक्ष्य 2026 का चुन...
‘महाराष्ट्र चुनाव ने शरद पवार और उद्धव को उनकी जगह दिखाई’, शिरडी अधिवेशन में गरजे अमित शाह
सामान के साथ कूड़ा तक कुर्क कर ले गई पुलिस, हत्या के आरोपी ने खबर सुनी तो मिनटों में किया सरेंडर
साथ रहने दो नहीं मर जाएंगे, ट्यूशन में पनपा प्यार, दो लड़कियों ने भागकर दिल्ली में की शादी
अमरावती: फैक्ट्री के अंदर 100 से ज्यादा महिलाओं को दिया गया ‘जहर’, हॉस्पिटल में चल रहा इलाज
वोट जिहाद पार्ट 2 शुरू… महाराष्ट्र में अवैध बांग्लादेशियों पर सीएम फडणवीस का बड़ा बयान
दिल्ली चुनाव: ‘आचार संहिता का घोर उल्लंघन…’, टूटी सड़क वाले BJP के वीडियो पर EC के पास पहुंची AAP
दिल्ली में और बढ़ेगी ठंड, UP-बिहार में भी गिरेगा पारा… जानें कैसा रहेगा अगले दो दिन का मौसम
1186 सीसीटीवी, 12 भाषाओं में अनाउंसमेंट और वार रूम… दिव्य महाकुंभ को भव्य बनाने की तैयारी में रेलवे
PM मोदी कल जेड-मोड़ सुरंग का करेंगे उद्घाटन, भारत के लिए क्यों साबित होगा मील का पत्थर?