बिलासपुर: सुखविंदर सिंह बॉलीवुड सिंगर सुखविंदर सिंह रविवार को बिलासपुर में परफॉर्म करने वाले हैं। इस दौरान लोग मैं रमता जोगी मैं रमता जोगी गाने को खूब एन्जॉय करेंगे। इस परफॉर्मेंस के लिए सुखविंदर पहले ही बिलासपुर पहुंच गए हैं और मीडिया से चर्चा भी की है। उन्होंने कहा कि बदलाव अच्छा होता है। मैं यहां कि मेहमाननवाजी से इतना खुश हूं कि इसकी चर्चा मुंबई जाकर भी करूंगा।दरअसल, शहर में राउंड टेबल इंडिया और लेडीज सर्कल संस्थान के तत्वाधान में सुखविंदर सिंह का लाइव कॉन्सर्ट का आयोजन किया जा रहा है। इसके लिए रविवार को ही सुखविंदर बिलासपुर पहुंचे। उसके बाद उन्होंने मीडिया से बात की। सुखविंदर ने कहा इससे पहले मुझे बिलासपुर बुलाया ही नहीं गया था। इस वजह से नहीं आ पाया था। मगर अब मैं पहले बार बिलासपुर जरूर आया हूं। लेकिन ऐसा नहीं है कि आखिरी बार आया हूं ये तय है। इसके अलावा वो यहां कि मेहमाननवाजी से भी खूश नजर आए।रविवार शाम को सुखविंदर ने पत्रकारों से चर्चा की।और भी कलाकार बिलासपुर आना चाहेंगेउन्होंने कहा कि उनका जिस गर्मजोशी से स्वागत हुआ है, इसकी चर्चा वे जब मुंबई लौटकर करेंगे तो यकीनन और भी कलाकार बिलासपुर एवं छत्तीसगढ़ आना चाहेंगे। हमारा पहले उद्देश्य है जनता का मनोरंजन करना। लेकिन इसके साथ ही अगर कोई नेकी का काम हो जाए तो उससे बेहतर क्या हो सकता है। इसीलिए वे राउंड टेबल इंडिया के इस चैरिटी शो का हिस्सा बने हैं।सुखविंदर ने कहा कि उनके भीतर देश प्रेम का जज्बा कूट-कूट कर भरा है और वे अपने गीत संगीत एवं कॉन्सर्ट के माध्यम से स्टेज पर इसे जाहिर भी करते हैं। यही वजह है कि उनके दर्शक उनके साथ दिल से जुड़ जाते हैं। उन्होंने खिलाड़ियों को उत्साहवर्धन के लिए भी कई गीत गाए हैं। सुखविंदर ने कहा कि उनका सौभाग्य है कि उन्हें अलग-अलग किस्म के गीत गाने का अवसर मिला, जिससे उन्हें संगीत के माध्यम से उन्हें अपनी भावनाएं व्यक्त करने का अवसर मिलता है।हर दौर में संगीत का अंदाज बदलता हैइन सब के अलावा जब उनसे नए दौर के गीतों के लेकर सवाल किया गया, तब उन्होंने कहा कि बदलाव खराब नहीं होता। मौजूदा दौर के संगीत में वे खराबी नहीं बल्कि अच्छाई ढूंढते हैं और जो कुछ अच्छा है उसे वे आत्मसात भी करते हैं। सुखविंदर का मानना है कि इस दौर में भी बेहतर गीत संगीत बन रहे हैं। अच्छे म्यूजिक डायरेक्टर आज भी हैं, जिनके साथ उन्होंने काम करने की इच्छा भी जताई। उन्होंने कहा कि हर दौर में संगीत का अंदाज बदलता है। मगर यह बदलाव खराब हो , यह जरूरी नहीं। उन्होंने साफ कहा कि इस दौर के संगीत से उन्हें किसी तरह का परहेज नहीं है। उल्टे वे तो खुद नए कंपोजर से मिलकर उनके साथ काम करने का प्रस्ताव देते रहते हैं।
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