सिरसा विधायक गोपाल कांडाहरियाणा के सिरसा जिले में मेडिकल कॉलेज के शिलान्यास पर राजनीति शुरू हो गई। यह सियासत भाजपा की सरकार को बाहर से समर्थन दे रहे मौजूदा विधायक, सहयोगी जजपा और भाजपा के बीच है। हरियाणा लोकहित पार्टी के सुप्रीमो और विधायक गोपाल कांडा ने सोशल मीडिया पर आकर इसे अपने कार्यकाल में शिलान्यास करवाने का श्रेय लिया।जबकि सीएम के पूर्व राजनीतिक सलाहकार जगदीश चोपड़ा के पुत्र और भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष ने सोशल मीडिया पर कागजात सहित बिना नाम लिए विधायक के दावे को नकार दिया। हलोपा विधायक गोपाल कांडा सरकार को बाहर से समर्थन दे रहे हैं और उनके छोटे भाई गोविंद कांडा ऐलनाबाद उप चुनाव में भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं। इसलिए उनका नाम नहीं लिया।विधायक गोपाल कांडासीएम ने कहा था इस साल दोनों काम शुरू होंगेसिरसा के विधायक गोपाल कांडा ने सोशल मीडिया पर दावा किया कि सिरसा की यह दशकों पुरानी मांग थी। जैसे ही मैं चुनाव जीता तो सीएम से मिलकर बात रखी कि शहर में बड़ा मेडिकल कॉलेज नहीं है। दिल्ली और जयपुर जाना पड़ता है। तब उन्होंने वायदा किया कि इस साल में दोनों काम शुरू हो जाएंगे। मैं चाहता था कि मेडिकल कॉलेज शहर के नजदीक बने। यह तार ही बनी होती कि धर्मनगरी सिरसा और धर्मनगरी कुरुक्षेत्र से इसकी शुरूआत की। सीएम ने अपना वायदा निभाया।मेडिकल कॉलेज से सिरसा में तरक्की होगी।विधायक के प्रेस नोट में किया दावाविधायक के कार्यालय की ओर से जारी प्रेस नोट में कहा गया कि विधायक गोपाल कांडा चाहते थे कि सिरसा में मेडिकल कालेज का निर्माण नगर में या नगर के आसपास ही हो ताकि लोगों को जल्द से जल्द मेडिकल सेवा मिल सके। सरकार ने भूमि चयन की प्रकिया शुरू की तो विधायक गोपाल कांडा ने कई प्रपोजल बनाकर भेजे पर कोई वैदवाला गांव के पास तो कोई मीरपुर गांव के पास तो कोई गांव फूलकां की बात करने लगा। मेडिकल कालेज की प्रक्रिया भूमि चयन में ही उलझकर रह गई।विधायक गोपाल कांडा की सक्रियता से आखिर 17 दिसंबर 2020 को सिरसा में स्वास्थ्य विभाग की एक टीम भूमि का चयन करने आई। 27 मार्च 2021 को पंचकूला में मीटिंग हुई। सिरसा में कृषि विश्व विद्यालय की 22 एकड़ भूमि का चयन हुआ और 08 जून 2022 को बिड ओपन किया गया। सबसे बड़ी बात यह रही कि मेडिकल कालेज को सिरसा के बीचों बीच चौ.देवीलाल विश्व विद्यालय के सामने भूमि मिल गई। सरकार पहले इसके लिए बजट स्वीकृत कर चुकी थी।जब मंजूर हुआ, तब वे विधायक भी नहीं थेसीएम के राजनीतिक सलाहकार जगदीश चोपड़ा के पुत्र एव भाजयुमों के राज्य उपाध्यक्ष अमन चोपड़ा ने कहा कि कुछ नेतागणों में होड़ मची है। कुछ लंबे समय तक मंत्री रहे और जब इसकी घोषणा हुई थी, तब वे विधायक भी नहीं थे, इसका श्रेय लेने में लगे हुए है। क्या अपने कार्यकाल के दौरान सिविल अस्पताल में बैड लगवाने का काम किया। मुझे कोई आपत्ति नहीं है कि श्रेय कोई भी लें। परंतु जनता के बीच सच्चाई सामने आनी चाहिए।मैं कुछ दस्तावेज भी आपके समक्ष रखता हूं, मैं किसी की निंदा नहीं कर रहा हूं। सीएम ने 27 जून 2015 को घोषणा की थी कि हर जिले में मेडिकल कॉलेज होंगे। प्रदेश में भाजपा की सरकार का दूसरा प्लान है परंतु सिरसा की पांचों विधानसभा में एक बार भी भाजपा का विधायक नहीं बना। जो लोग श्रेय लेने के लिए लगे हुए है, वे श्मशान भूमि का सौंदर्यीकरण का श्रेय भी ले सकते हैं। मेडिकल कॉलेज का निर्माण करवाने वाले जो कह रहे हैं उस समय तो वे विधायक भी नहीं थे।अमन चोपड़ा सीएम का 2015 का ट्वीट दिखाते हुएये होगी सुविधाएं539 बिस्तर के इस मेडिकल कॉलेज को करीब 22 एकड़ में बनाया जाएगा। इस पर करीब 1090 करोड़ की लागत आएगी तथा इसमें 100 एमबीबीएस की सीटें होंगी। सिरसा के इस मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस छात्र और इंटर्न हॉस्टल ब्लाक बनाया जाएगा। लड़कों के लिए अलग (300 क्षमता) और लड़कियों के लिए (200 क्षमता) 500 छात्रों और 100 इंटर्न को डबल सीटिंग में आवास प्रदान करने का प्रस्ताव दिया गया है। नर्सिंग कन्या छात्रावास में कुल 250 छात्राओं को डबल शेयरिंग में आवास उपलब्ध कराने का प्रस्ताव है। महाविद्यालय के निदेशक एवं चिकित्सा अधीक्षक के लिए परिसर में आवासीय सुविधा प्रस्तावित है। एकीकृत जूनियर और सीनियर रेजिडेंट छात्रावास ब्लाक को 100 छात्रों (50 सीनियर रेजिडेंट और 50 जूनियर रेजिडेंट) को आवास प्रदान करने का प्रस्ताव दिया गया हैं।मेडिकल कॉलेज में ये होंगे मुख्य विभागमेडिकल कॉलेज में एनाटामी, फिजियोलाजी, बायोकेमिस्ट्री, पैथोलाजी, माइक्रोबायोलाजी, फार्माकोलाजी, फोरेंसिक मेडिसिन एवं टॉक्सिकोलॉजी और कम्युनिटी मेडिसन जैसे विभाग शामिल होंगे। इसके साथ-साथ आपातकालीन चिकित्सा, हडडी रोग, बाल रोग, मनोचिकित्सा, सामान्य शल्य चिकित्सा, श्वसन चिकित्सा, नेत्र विज्ञान, ओटोरहिनालरिंजोलाजी, सामान्य चिकित्सा, त्वचा विज्ञान, प्रसूति एवं स्त्री रोग, बर्न यूनिट, आईसीयू, पीआईसीयू, आईसीसी एनआईसीयू, जेल वार्ड, एआरटी वार्ड और निजी वार्ड भी होंगे।
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