फतेहपुर: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के असोथर थाना क्षेत्र में आठ महीने पहले अपहृत एक युवती का कथित तौर पर जबरन धर्मांतरण और निकाह कराए जाने का मामला सामने आया है। एक पुलिस अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पुलिस ने मामले में 10 आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर इनमें से दो को गिरफ्तार कर लिया है।
अधिकारी के मुताबिक, असोथर थाना क्षेत्र में करीब आठ माह पहले अपहृत युवती का बृहस्पतिवार को धर्मांतरण के बाद निकाह कराया जा रहा था। उन्होंने बताया कि मामले की भनक लगने पर युवती की मां ने मौके पर पहुंचकर हंगामा शुरू कर दिया। अधिकारी के अनुसार, पुलिस ने मामले में युवती की मां की तहरीर के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर जांच-पड़ताल शुरू कर दी है और दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) दिनेश चंद्र मिश्रा ने शुक्रवार को बताया कि पुलिस ने मौलवी समेत 10 लोगों के खिलाफ अपहरण, मारपीट, छेड़खानी, विधि विरूद्ध धर्म परिवर्तन, गाली-गलौज और बलवा की धारा में प्राथमिकी दर्ज की है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने मौलवी और निकाह करने वाले युवक को गिरफ्तार कर लिया है। मिश्रा के मुताबिक, फतेहपुर सदर कोतवाली क्षेत्र के हरिहरगंज इलाके की रहने वाली 18 वर्षीय युवती को करीब आठ माह पहले असोथर थाने के सातोंपीत निवासी अहमद अंसारी बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गया था। उन्होंने बताया कि युवती की मां ने बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी।
मिश्रा के अनुसार, सातोंपीत गांव में बृहस्पतिवार को युवती का कथित तौर पर धर्म परिवर्तन कराने के बाद अहमद अंसारी उसके साथ निकाह कर रहा था। उन्होंने बताया कि बेटी की खोजबीन करते हुए मां मौके पर पहुंची और हंगामा कर दिया। मिश्रा ने बताया कि गांव में हंगामे की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और मां-बेटी को थाने ले आई। उन्होंने बताया कि महिला की तहरीर के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर अहमद अंसारी और मौलवी लल्लू को गिरफ्तार कर लिया गया है।