Breaking
अक्षय तृतीया से 4 दिन पहले महंगा हुआ गोल्ड, बेंगलुरु से बड़ौदा तक इतने हुए दाम मालेगांव, 26/11, कसाब… कौन थे हेमंत करकरे जिनके नाम पर फिर गरमाई देश की सियासत? जौनपुर में मायावती ने आखिरी वक्त पर बदला उम्मीदवार, धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला का टिकट कटा उत्तराखंड: जंगलों में धधकती आग बिगाड़ सकती है इको सिस्टम, ग्लेशियर पर मंडराया खतरा झारखंड: रांची में ED की रेड, मंत्री के सचिव के नौकर के घर से कैश बरामद, लगा नोटों का ढेर नोएडा में धर्मांतरण का खेल, ईसाई धर्म अपनाने का दिया जा रहा था लालच; 6 गिरफ्तार BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा के खिलाफ कांग्रेस ने क्यों दर्ज कराई शिकायत? जानें क्या है मामला घर में हुई ऐसी कलह…पति-पत्नी ने गुस्से में पिया टॉयलेट क्लीनर, दोनों अस्पताल में भर्ती सत्ता में आए तो क्या धारा 370 बहाल करेंगे? सज्जाद गनी लोन ने नेशनल कॉन्फ्रेंस से पूछा सवाल ‘एमएस धोनी नहीं कर रहे CSK की मदद’…गोल्डन डक के बाद इरफान पठान ने लगाया बड़ा आरोप

28 टीमों का टूर्नामेंट शुरू, कश्मीर में बेटियों के फुटबाल में आने से बदलेगी तस्वीर

Whats App

कश्मीरी अभिभावकों को अपनी बेटियों को फुटबाल अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की टीम के कोच प्रेम थापा का मानना है कि घाटी की फुटबाल टीमों रियल कश्मीर और कश्मीर एफसी ने राष्ट्रीय स्तर पर अच्छा प्रदर्शन किया है। फुटबाल के लिए राज्य में अच्छा ढांचा है ऐसे में महिलाओं के भी इस खेल में आगे बढ़ने की अपार संभावना है। कश्मीर में लड़कियों के लिए भी एक फुटबाल क्लब होना चाहिए। श्रीनगर के बख्शी स्टेडियम और कश्मीर यूनिवर्सिटी में इस समय अखिल भारतीय पुलिस फुटबाल टूर्नामेंट चल रहा है। यहां दर्शकों में टूर्नामेंट को लेकर काफी उत्साह भी नजर आ रहा है।

लड़कियों के लिए अलग से हो क्लब

थापा ने कहा कि लड़कियों के लिए फुटबाल का पेशेवर क्लब होने से वे देश के अन्य हिस्सों में जाकर टूर्नामेंट खेल सकेंगी जिस तरह से लड़कों के लिए अकादमियां होती हैं। मणिपुर पुलिस महिला टीम की कप्तान ओनम बेमबेम देवी ने कहा कि घाटी में फुटबाल को बढ़ावा मिलना चाहिए। चीजें बदल सकती हैं अगर यहां नियमित रूप से भारतीय पुलिस फुटबाल चैंपियनशिप हो। कश्मीर में लड़कियों के लिए फुटबाल संस्कृति की जरूरत है। लड़कियों को महिला फुटबाल के मैचों को देखने के लिए स्टेडियम में आना चाहिए। कई महिलाएं पहले राष्ट्रीय टीम के लिए खेल चुकी हैं। युवा लड़कियों को उनसे प्रेरणा लेते हुए आगे बढ़कर खेल को अपनाना चाहिए।

सीआरपीएफ की खिलाड़ी निशा का कहना है कि अभिभावकों को लड़कियों को उसी तरह खेल के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए जैसे वो लड़कों को करते हैं। मैं हरियाणा से हूं, पहले वहां लड़कियों को उतना बढ़ावा नहीं मिलता था लेकिन अब बहुत सारी लड़कियां खेलों में राज्य और देश का नाम रोशन कर रही हैं। जम्मू एवं कश्मीर में पुलिस उप महानिरीक्षक सैयद स्लीट शाह का कहना है कि महिलाओं को सभी क्षेत्रों में खेलों सहित सभी क्षेत्रों में अवसर मिलने चाहिएं।

खेलों में महिलाएं हमेशा प्रेरक के रूप में होती हैं और उनमें काफी आत्मविश्वास नजर आता है। कश्मीर विश्वविद्यालय की उप कुलपति प्रोफेसर नीलोफर खान कहती है कि यह शानदार है कि पूरे देश से टीमें यहां आकर खेल रही हैं, यह हमारे विद्यार्थियों के लिए काफी उत्साहवर्द्धक है।

अक्षय तृतीया से 4 दिन पहले महंगा हुआ गोल्ड, बेंगलुरु से बड़ौदा तक इतने हुए दाम     |     मालेगांव, 26/11, कसाब… कौन थे हेमंत करकरे जिनके नाम पर फिर गरमाई देश की सियासत?     |     जौनपुर में मायावती ने आखिरी वक्त पर बदला उम्मीदवार, धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला का टिकट कटा     |     उत्तराखंड: जंगलों में धधकती आग बिगाड़ सकती है इको सिस्टम, ग्लेशियर पर मंडराया खतरा     |     झारखंड: रांची में ED की रेड, मंत्री के सचिव के नौकर के घर से कैश बरामद, लगा नोटों का ढेर     |     नोएडा में धर्मांतरण का खेल, ईसाई धर्म अपनाने का दिया जा रहा था लालच; 6 गिरफ्तार     |     BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा के खिलाफ कांग्रेस ने क्यों दर्ज कराई शिकायत? जानें क्या है मामला     |     घर में हुई ऐसी कलह…पति-पत्नी ने गुस्से में पिया टॉयलेट क्लीनर, दोनों अस्पताल में भर्ती     |     सत्ता में आए तो क्या धारा 370 बहाल करेंगे? सज्जाद गनी लोन ने नेशनल कॉन्फ्रेंस से पूछा सवाल     |     ‘एमएस धोनी नहीं कर रहे CSK की मदद’…गोल्डन डक के बाद इरफान पठान ने लगाया बड़ा आरोप     |    

पत्रकार बंधु भारत के किसी भी क्षेत्र से जुड़ने के लिए इस नम्बर पर सम्पर्क करें- 9431277374