Breaking
डीपफेक वीडियो केस: कोर्ट ने कहा- चुनाव आयोग पर भरोसा, निर्देश देने से किया इनकार दिल्ली-एनसीआर के स्कूलों को धमकी मामले में बड़ा खुलासा, सामने आया ‘2023 वाला पैटर्न’ दंडी आश्रम, कमरा नंबर-12 और डर्टी पिक्चर… नाबालिग बटुकों से अपनी भूख मिटाने वाले आचार्य की कहानी औरंगजेब ने जजिया कर लगाया था, कांग्रेस विरासत टैक्स लगाएगी… फिराजाबाद की सभा में बरसे सीएम योगी रोहित शर्मा ने तो टेंशन दे दी…T20 World Cup में इस कमजोरी से हो जाएगा बेड़ा गर्क तवायफों की दुनिया में आपका स्वागत है, लेकिन जरा संभलकर, कैसी है संजय लीला भंसाली की हीरामंडी? अमेरिका के फैसले के बाद 3000 रुपए तक सस्ता हो सकता है सोना, ये है बड़ी वजह मोबाइल पर अब दिखेगा कॉल करने वाले का नाम, TRAI ने टेलीकॉम कंपनियों को दिए निर्देश वैशाखी अमावस्या की शाम दीपदान करने का क्या है महत्व? दूर होता है पितृ दोष! सड़कों पर पानी, बिजली भी गायब…बारिश और तूफान ने UAE का किया बुरा हाल

पुलवामा में कश्मीरियत और सांप्रदायिक सौहार्द की अद्भुत मिसाल पेश, दिवंगत कश्मीरी पंडित महिला की अंत्येष्टि में किया सहयोग

Whats App

श्रीनगर। कश्मीर घाटी में मुस्लिम समुदाय ने कश्मीरियत और सांप्रदायिक सौहार्द की अपनी परंपरा को जिंदा रखते हुए पुलवामा में एक दिवंगत कश्मीरी पंडित महिला की अर्थी को कंधा दिया। उन्होंने उसकी अंत्येष्टि में भी पूरा सहयोग किया।

यहां मिली जानकारी के अनुसार, पुलवामा जिले के टहाब में रहने वाली उषा देवी पत्नी महाराज पंडित का शुक्रवार को देहांत हो गया था। महाराज पंडित एक सेवानिवृत्त सरकारी कर्मी हैं और वह अपने पुश्तैनी मकान में ही रह रहे थे। शुक्रवार को उषा देवी का निधन हो गया। उसके निधन की खबर फैलते ही सभी पड़ोसी उनके घर में जमा हो गए। स्थानीय मुस्लिमों ने उषा देवी की अंत्येष्टि का पूरा प्रबंध किया। उन्होंने उसकी अर्थी काे भी कंधा दिया। मोहम्मद जब्बार नामक एक स्थानीय व्यक्ति ने कहा कि कश्मीरी पंडित और कश्मीरी मुस्लिम एक ही हैं, सिर्फ हमारा मत अलग-अलग है। हम यहां सदियों से आपस में मिल जुलकर रहते आए हैं, यही हमारी तहजीब और कश्मीरियत है।

महाराज पंडित ने कहा कि मेरा एक बेटा और एक बेटी हैं। दोनों की शादी हो चुकी है। मेरी बीवी का जब देहांत हुआ तो पूरा गांव मेरे घर जमा हो गया। अगर मेरे पड़ोसी इस वक्त मेरा साथ न देते तो मेरे लिए अपनी दिवंगत पत्नी का दाह संस्कार करना भी मुश्किल हो जाता। उन्होंने कहा कि मुझे कभी नहीं लगा कि मैं यहां अल्पसंख्यक हूं। यहां मुझे या मेरे परिवार को जब कभी कोई मामूली सी भी दिक्कत हो जाए तो पूरा गांव हमारे साथ खड़ा हो जाता है।

डीपफेक वीडियो केस: कोर्ट ने कहा- चुनाव आयोग पर भरोसा, निर्देश देने से किया इनकार     |     दिल्ली-एनसीआर के स्कूलों को धमकी मामले में बड़ा खुलासा, सामने आया ‘2023 वाला पैटर्न’     |     दंडी आश्रम, कमरा नंबर-12 और डर्टी पिक्चर… नाबालिग बटुकों से अपनी भूख मिटाने वाले आचार्य की कहानी     |     औरंगजेब ने जजिया कर लगाया था, कांग्रेस विरासत टैक्स लगाएगी… फिराजाबाद की सभा में बरसे सीएम योगी     |     रोहित शर्मा ने तो टेंशन दे दी…T20 World Cup में इस कमजोरी से हो जाएगा बेड़ा गर्क     |     तवायफों की दुनिया में आपका स्वागत है, लेकिन जरा संभलकर, कैसी है संजय लीला भंसाली की हीरामंडी?     |     अमेरिका के फैसले के बाद 3000 रुपए तक सस्ता हो सकता है सोना, ये है बड़ी वजह     |     मोबाइल पर अब दिखेगा कॉल करने वाले का नाम, TRAI ने टेलीकॉम कंपनियों को दिए निर्देश     |     वैशाखी अमावस्या की शाम दीपदान करने का क्या है महत्व? दूर होता है पितृ दोष!     |     सड़कों पर पानी, बिजली भी गायब…बारिश और तूफान ने UAE का किया बुरा हाल     |    

पत्रकार बंधु भारत के किसी भी क्षेत्र से जुड़ने के लिए इस नम्बर पर सम्पर्क करें- 9431277374