प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को भूटान की यात्रा पर गए. ये यात्रा दोनों देशों के लिए काफी अहम रही. इस दौरान भूटान के राजा ने जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक ने पीएम का जोरदार स्वागत किया. दो दिवसीय दौरे पर गए पीएम को भूटान के सर्वोच्च सम्मान ऑर्डर ऑफ द ड्रुक ग्यालपो से नवाजा गया. खास बात ये है कि इस सम्मान को पाने वाले पीएम मोदी पहले विदेशी नेता हैं.
पीएम मोदी की भूटान यात्रा काफी यादगार रही. यात्रा से वापस लौटते समय भूटान के राजा नामग्याल वांगचुक और प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे दोनों ही पीएम मोदी को छोड़ने एयरपोर्ट तक आए. दोनों ने ही पीएम मोदी को उनकी यात्रा और सहयोग के लिए धन्यवाद किया और सम्मान के साथ उन्हें विदा किया.
भूटान के PM ने जताया भारत का आभार
दौरे के दूसरे दिन पीएम मोदी ने ग्यालत्सुएन जेत्सुन पेमा वांगचुक मातृ एवं शिशु अस्पताल का उद्घाटन किया. इस दौरान उनके साथ भूटानी प्रधानमंत्री दाशो शेरिंग तोबगे भी मौजूद रहे. भूटान के पीएम तोबगे ने अस्पताल बनाने में फंडिंग करने के लिए भारत सरकार का आभार जताया.
भूटान के PM ने मोदी को बताया दोस्त और बड़ा भाई
इस दौरे के दौरान पीएम मोदी ने भूटान की 13वीं पंचवर्षीय योजना के लिए 10,000 करोड़ के सहायता पैकेज का ऐलान किया. जिससे दोनों देशों के बीच संबंध और मजबूत हुए हैं. भूटान के पीएम ने प्रधानमंत्री मोदी को दोस्त और बड़ा भाई बताया. उन्होंने अपने संबोधन में पीएम मोदी की जमकर तारीफ की और कहा कि भूटान पीएम मोदी की मेजबानी करके गर्व महसूस कर रहा है. भूटान के पीएम ने कहा कि ये दौरा ऐतिहासिक है. दोनों देशों के बीच रिश्ते और भी मजबूत होंगे.
भूटान यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने वहां आयोजित कई कार्यक्रमों में शिरकत की. इस दौरान भारत-भूटान साझेदारी को और मजबूत करने पर जोर दिया. पीएम ने भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे के साथ द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मामलों पर भी चर्चा की. पीएम मोदी के आगमन पर भूटान के नागरिक भी काफी उत्साहित नजर आए.