
दमिश्क। सीरिया की राजधानी दमिश्क में बुधवार सुबह हुए बम विस्फोट में कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई है। सेना की एक बस सड़क के किनारे लगाए गए दो बमों की चपेट में गई थी। इस धमाके में कई लोगों घायल भी हुए हैं। विस्फोट सीरिया की राजधानी में एक व्यस्त इलाके में हुआ।
बताया जा रहा है कि यह दमिश्क में कई वर्षों में हुआ सबसे घातक हमला है। सरकारी बलों के उपनगरों पर कब्जा करने के बाद से दमिश्क में हाल के वर्षों में इस तरह के हमले कम हो गए थे। मार्च 2011 में शुरू हुए सीरिया के संघर्ष में 3,50,000 से अधिक लोग मारे गए और देश की आधी आबादी विस्थापित हुई है।
सरकारी मीडिया ने पहले इस हमले को सड़क किनारे की गई बमबारी बताया था, लेकिन एक अज्ञात सीरियाई सैन्य अधिकारी ने कहा कि विस्फोट उन बमों के कारण हुए जो पहले वाहन के बाहरी हिस्से में लगाए गए थे। अधिकारी ने कहा कि तीसरा बम बस से गिर गया था, जिसे सैनिकों ने बाद में नष्ट कर दिया।

अभी तक किसी ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन विद्रोही और जिहादी अभी भी देश की सीमाओं के भीतर रह रहे हैं और राष्ट्रपति बशर असद को हटाने की मांगग कर रहे हैं। सरकारी मीडिया के हवाले से सैन्य अधिकारी ने कहा कि स्थानीय समयानुसार सुबह सात बजे से कुछ समय पहले बम धमाका हुआ। यह तत्काल स्पष्ट नहीं हो सका है कि मरने वाले सभी बस यात्री थे या नहीं।
दमिश्क के पुलिस कमांडर मेजर जनरल हुसैन जुमा ने स्टेट टीवी से कहा कि यह एक कायरतापूर्ण कृत्य है। उन्होंने कहा कि हमले के बाद पुलिस बल ने तुरंत इलाके को घेर लिया था और यह सुनिश्चित किया कि वहां कोई और बम न हो। उन्होंने लोगों से किसी भी संदिग्ध वस्तु के बारे में अधिकारियों को सूचित करने का आग्रह किया। जुमा ने कहा कि घायलों में से एक ने दम तोड़ दिया, जिससे मरने वालों की संख्या 14 हो गई।