आज खत्म हो रही एफएटीएफ की बैठक, फैसले पर नजरें- पाकिस्तान होगा ‘ब्लैक लिस्ट’ या ‘ग्रे लिस्ट’ में ही बना रहेगा
इस्लामाबाद। ग्लोबल वाचडाग एफएटीएफ (Financial Action Task Force, FATF) की अक्टूबर में होने वाली तीन दिवसीय बैठक गुरुवार को समाप्त होगी। सभी की नजरें इस बात पर होंगी कि आतंकवाद को बढ़ावा देने के मामले में क्या पाकिस्तान को ‘ब्लैक लिस्ट’ किया जाएगा या पहले की तरह ‘ग्रे लिस्ट’ में ही बना रहेगा। पेरिस स्थित वित्तीय कार्रवाई कार्य बल एफएटीएफ का अगला सत्र अप्रैल 2022 में होने वाला है… माना जा रहा है कि तब तक पाकिस्तान उसकी ‘ग्रे लिस्ट’ में बना रह सकता है।
संभावना है कि जल्द ही सूचित किया जा सकता है कि पाकिस्तान ने अभी एफएटीएफ के मानदंडों को पूरा नहीं किया है। फएटीएफ की यह बैठक डा. मार्कस प्लेयर की जर्मन प्रेसीडेंसी के तहत हो रही है। ग्लोबल नेटवर्क के 205 सदस्यों में अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष, संयुक्त राष्ट्र समेत पर्यवेक्षक संगठनों का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रतिनिधि इस बैठक का हिस्सा हैं। विश्लेषकों और रिपोर्टों से पता चलता है कि पाकिस्तान अप्रैल 2022 में होने वाली बैठक तक ग्रे लिस्ट में ही बना रहेगा क्योंकि वह आतंकी फंडिंग को रोकने में विफल रहा है।
FATF एलान कर सकता है कि पाकिस्तान ने अभी भी उसके मानदंडों को पूरा नहीं किया है। मालूम हो कि एफएटीएफ ने जून में पाकिस्तान को ब्लैक मनी पर रोक नहीं लगाने और टेरर फंडिंग पर ‘ग्रे लिस्ट’ में रखा था। यही नहीं एफएटीएफ ने पाकिस्तान को संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित आतंकी संगठनों से जुड़े हाफिज सईद और मसूद अजहर जैसे आतंकी सरगनाओं पर मुकदमा चलाने के भी निर्देश दिए थे। यही नहीं एफएटीएफ की ओर से पाकिस्तान को एक कार्य योजना दी गई थी जिसे पूरा करने को कहा गया था।