भिलाई। यूक्रेन पर रूस द्वारा हमलों के बाद वहां रह रहे भारतीय विद्यार्थी भी सुरक्षित ठिकानों पर छिप गए है। लगातार गोलाबारी और मिसाइलों की आवाज से बच्चें खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं। भारतीय बच्चों में ट्विनसिटी के बच्चें भी शामिल है, जो अध्ययन के लिए यूक्रेन में रह रहे हैं।
भिलाई से परिजन हर घंटे बच्चों से वार्तालाप कर रहे है। परिजनों की माने तो वहां (यूक्रेन में) सुबह से ही मिसाइल और गोला बारूदों की आवाज आ रही है। सुरक्षात्मक दृष्टि से बच्चों को बंकरों में छिपे रहने की सलाह दी गई है। जहां दो दिन से भोजन और पानी भी नसीब नहीं हुआ। परिजनों ने ट्वीट किया तब बमुश्किल एक बार स्नैक्स मिल पाया।
कोहका निवासी स्मृति ने बताया कि उनका बेटा सानिध्य पामे दो दिन से भोजन-पानी के लिए भी तरस रहा है। सानिध्य खारकिव की शासकीय चिकित्सा विश्वविद्यालय में एमबीबीएस द्वितीय वर्ष का छात्र है।
उसके पिता संजीव कुमार भिलाई की निजी फर्म में अभियंता है। रूंधे हुए आवाज में मां स्मृति ने बताया कि यूक्रेन में बच्चों की स्थित खराब है। हमें जिस अधिकारी, नेता, विभाग की जानकारी मिल रही वैसे ही हम तत्काल उनकी सुरक्षित वापसी के लिए सूचना देने के साथ ही ट्वीट भी कर रहे है और फोन करके भी सकुशल वापसी करवाने की अपील कर रहे है।