
पटना l अनमोल कुमार आदिकाल से सिमरिया गंगा घाट पर कल्पवास की परंपरा पुरानी है यहां गंगा उत्तरवाहिनी है l हिंदू धर्म शास्त्र के अनुसार गंगा स्थल का महात्मा बड़ा ही कल्याणकारी है l कहा जाता है कि राजा परीक्षित अपने शाप से मुक्ति के लिए सिमरिया गंगा तट पर कल्पवास किया था l मिथिला, अंग एवं मगध प्रदेश का संगम अर्ध कुंभ का सूत्रपात है यहां सर्वमंगला आश्रम के करपात्री अग्निहोत्री परमहंस स्वामी चिदात्मन जी महाराज के अनुसार शास्त्रानुसार द्वादश कुंभ योग मां सावधान कुल 12 स्थानों पर अवस्थित है जो इस प्रकार है संक्रांति वैशाख हरिद्वार उज्जैन संक्रांति जयेष्ट बद्रीनाथ संक्रांति आषाढ़ जगन्नाथ पुरी संक्रांति श्रावण द्वारिका संक्रांति भाद्रपद नासिक संक्रांति अश्विन रामेश्वरम संक्रांति कार्तिक संक्रांति अ ग्रहण कुरुक्षेत्र संक्रांति पौष गंगासागर संक्रांति माघ प्रयागराज संक्रांति फाल्गुन कुंभकोणम संक्रांति चैत्र कामाख्या में अवस्थित है l बेगूसराय और पटना जिला के मध्य अवस्थित सिमरिया घाट गांव कोविड-19 के कारण मेला जो लगा है परंतु पूर्व की भांति चहल पहल प्रवचन एवं उत्सव दिख नहीं रहा है l