
पटनाः बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बाल हृदय योजना को बच्चों के लिए वरदान बताया और कहा कि इसके तहत अबतक 208 बच्चों की सफल सर्जरी हुई है।
मंगल पांडेय ने सोमवार को कहा कि बिहार सरकार की बाल हृदय योजना बच्चों के लिए वरदान साबित होने लगी है। इस योजना के तहत हृदय रोगों की मुफ्त जांच और इलाज हो रहा है। इस योजना से कम आय वाले परिवारों की उम्मीदें बढ़ी हैं। उन्होंने कहा कि हर माह दो से तीन बार बच्चों को सामूहिक इलाज के लिए गुजरात के अहमदाबाद शहर में भेजने की प्रक्रिया जारी है।
मंत्री ने कहा कि इस योजना की शुरुआत 01 अप्रैल 2021 से हुई है। उस समय से लेकर अब तक राज्य के 208 हृदय रोगों से ग्रस्त बच्चों का सफल ऑपरेशन हुआ। 19 बच्चों को 08 नवंबर को भेजने की योजना है। उन्होंने कहा कि बीमारी से बचाने के लिए स्क्रीनिंग के दौरान इलाज की आवश्यकता का पता चलता है। यदि केवल दवा के सहयोग से बच्चे की बीमारी दूर की जा सकती है, तो उसे किया जाता है। छोटी सर्जरी से यदि बीमारी पर नियंत्रण पाया जा सकता है, तो उसकी व्यवस्था राज्य में भी की जाती है। पूरी जांच प्रक्रिया के बाद बच्चों को गंभीर अवस्था में अहमदाबाद भेजा जाता है।