महंगी सब्जी बेची तो कटेगा चालान, जब्त होंगीं फड़ियां और सामान; मंडी में आने के बाद चार भाव में होती है बिक्री
जालंधर: होलसेल के मुकाबले गलियों में प्रतिकिलो 40 से 60 रुपए तक अधिक वसूले जा रहे पैसेसीधे-सीधे लोगों से हो रही लूट को बंद करवाया जाएजिस सब्जी के किसान को 10 रुपए प्रतिकिलो तक दाम मिलते हैं, मंडी में आने पर होलसेल में कुछ मुनाफे के बाद गलियों तक पहुंचते-पहुंचते वही सब्जी 40 से 60 रुपए प्रति किलो तक पहुंच जाती है। तड़के आढ़ती बोली लगाते हैं तो सस्ते भाव में खरीदी गई सब्जी के कुछ घंटे बाद दाम आसमान छूने लगते हैं।मामला एडीसी मेजर अमित सरीन तक पहुंचा तो उन्होंने आम लोगों की परेशानी समझी और मंडी मार्केट कमेटी के अधिकारियों को फोन करके महंगी सब्जी बेचने वाले विक्रेताओं पर एक्शन लेने के आदेश दे दिए। उन्होंने कहा कि सीधे-सीधे लोगों से हो रही लूट को बंद करवाया जाए। दूसरी तरफ मंडी मार्केट कमेटी के एसडीओ सुखदेव ने कहा कि महंगे दाम पर सब्जी बेचने वाले रेहड़ी और फड़ी वालों के चालान काटे जाएंगे। जरूरत पड़ी तो सामान भी जब्त किया जाएगा।दाम रुपए प्रति किलो की दर से हैंमंडी में आने के बाद चार भाव में होती है बिक्रीतड़के मकसूदां मंडी में आढ़तियों के पास सब्जी पहुंचती है तो चार दाम में बिकनी शुरू हो जाती है। सबसे पहले आढ़ती बोली लगाते हैं और फिर सब्जी विक्रेताओं को बेचते हैं। फिर सब्जी विक्रेता मंडी के अंदर फड़ी लगाकर, मंडी गेट के बाहर और फिर गली में रेहड़ियों पर सब्जी अलग-अलग दाम पर बेची जाती है। इस दौरान 30 रुपए में मंडी में बिकने वाला नींबू गलियों में 100 से लेकर 110 रुपए में बिक रहा है। जिक्रयोग है कि क्रिश्चियन मूवमेंट के प्रधान हमीद मसीह और जनरल सेक्रेटरी तरसेम मसीह एडीसी से मिले और महंगी सब्जी बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए मांगपत्र सौंपा था।