
नई दिल्ली। देश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन का खतरा बढ़ता जा रहा है। यही नहीं ओमिक्रोन के मामलों में बढ़ोतरी भी जारी है। बुधवार को पश्चिम बंगाल में एक जबकि तेलंगाना में दो मामले सामने आए। महामारी के बढ़ते खतरे के मद्देनजर केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बुधवार को मेडिकल आक्सीजन उपकरणों और प्रणालियों के संबंध में तैयारियों की समीक्षा के लिए राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के साथ एक बैठक की। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हुई इस बैठक में भूषण ने कहा कि महामारी से निपटने के लिए पर्याप्त मात्रा में मेडिकल आक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति बेहद महत्वपूर्ण है।
हाल ही में केंद्र सरकार ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को निर्देश दिया था कि वे संक्रमण के इलाज में इस्तेमाल होने वाली आठ महत्वपूर्ण दवाओं का पर्याप्त भंडारण सुनिश्चित करें साथ ही टीकाकरण पर विशेष फोकस करें। केंद्र ने राज्यों को अस्पतालों की तैयारियों की समीक्षा करने को भी कहा था। सरकार ने राज्यों से कहा था कि यह सुनिश्चित कर लें कि सभी अस्पतालों में पीएसए संयंत्र, वेंटिलेटर और आक्सीजन कंसंट्रेटर (Oxygen Concentrators) का परिचालन सुचारू रूप से हो रहा है या नहीं।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों से नाराजगी जताते हुए कहा था कि इस बात को जानकर हैरानी होती है कि केंद्र की ओर से दिए गए कई वेंटिलेटरों की अभी पैकिंग तक नहीं खोली गई है। यही नहीं कई वेंटिलेटरों का इस्तेमाल तक नहीं किया गया है। ऐसी लापरवाही पर नजर रखने की जरूरत है ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि सभी आक्सीजन कंसंट्रेटर (Oxygen Concentrators), पीएसए, आक्सीजन संयंत्र और वेंटिलेटर लगाए जाएं। इसकी भी जांच की जानी चाहिए कि ये संयंत्र सही तरीके से काम कर रहे हैं कि नहीं…

केंद्र सरकार ने मास्क का इस्तेमाल कम होने का हवाला देते हुए यह भी आगाह किया था कि लोग जोखिम मोल ले रहे हैं जबकि अभी मास्क हटाने का वक्त नहीं आया है। हम सभी को याद रखने की जरूरत है कि वैक्सीन की दोनों खुराक लेने के साथ मास्क का इस्तेमाल भी बेहद जरूरी है। राज्यों से कहा गया था कि कोविड-19 जांच का दायरा बढ़ाएं और निगरानी पर ध्यान दें ताकि मरीजों की जल्द पहचान हो सके। केंद्र ने सभी जिलों में आरटी-पीसीआर जांच सुविधा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए थे।