Breaking
सिरफिरे ने ली दो लोगों की जान…गांव वालों ने पकड़ कर उतारा मौत के घाट लोकसभा चुनाव के बाद शरद पवार गुट कांग्रेस में होगा शामिल, शिवसेना उद्धव गुट का क्या होगा? क्या एक ही फिल्म में दिखेंगे यश और प्रभास? पृथ्वीराज सुकुमारन ने बहुत बड़ा हिंट दे दियाक्या एक ही फि... इधर राफा में घुसा इजराइल, उधर ईरान के ‘गुर्गे’ ने बढ़ा दी अमेरिका की टेंशन ऋषभ पंत नहीं, संजू सैमसन T20 वर्ल्ड कप में होने चाहिए नंबर-1 विकेटकीपर, फिर मिल गया सबूत गर्मी में बढ़ जाती है स्विमवियर की डिमांड, हर साल होता है इतने लाख करोड़ का कारोबार इंस्टाग्राम ऐप में एक-साथ चला सकते हैं 5 अकाउंट्स, समझें कैसे? अक्षय तृतीया पर घर के दरवाजे पर बांधे इन पत्तों का तोरण, मां लक्ष्मी की बरसेगी कृपा! प्लस साइज महिलाएं शॉपिंग करते समय न करें ये गलतियां, अपनाएं ये स्टाइलिंग टिप्स इस साल अप्रैल की गर्मी ने भारत ही नहीं पूरी दुनिया का पसीना निकाला, सामने आने लगे 19वीं सदी के रिकॉर...

सत्यपाल मलिक बोले-कृषि कानून को लेकर जब PM मोदी से मिला वे अहंकारी थे, उनसे हो गई थी मेरी लड़ाई

Whats App

मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि केंद्र के तीनों कृषि कानूनों का रद्द होना किसानों की ऐतिहासिक जीत है। सत्यपाल मलिक ने सरकार और भाजपा नेतृत्व पर हमला जारी रखते हुए आरोप लगाया कि जब किसानों के विरोध प्रदर्शन पर चर्चा करने के लिए वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिले तो वे “अहंकारी” थे और उनकी उनके साथ बहस हो गई थी।

हरियाणा के दादरी में एक सामाजिक समारोह को संबोधित करते हुए मलिक ने कहा कि मैं जब किसानों के मामले में प्रधानमंत्री जी से मिलने गया तो मेरी पांच मिनट में लड़ाई हो गई उनसे। वो बहुत घमंड में थे। जब मैंने उनसे कहा कि हमारे 500 लोग मर गए…तो उन्होंने कहा कि मेरे लिए मरे हैं? (मैंने) कहा आपके लिए ही तो मरे थे, जो आप राजा बने हुए हो…मेरा झगड़ा हो गया। उन्होंने कहा अब आप अमित शाह से मिल लो। इसके बाद मैं अमित शाह से मिला। इसके साथ ही मलिक ने कहा कि वह खुद भी इन कृषि कानूनों के खिलाफ थे।

मलिक ने कहा कि अन्नदाताओं ने अपने अधिकारों व हकों की लड़ाई जीती है और भविष्य में भी अगर किसानों के खिलाफ कोई सरकार कदम उठाती है तो वह पूरी ईमानदारी से इसका विरोध करेंगे और अगर कोई पद छोड़ने की बात आई तब भी वह पीछे नहीं हटेंगे। मेघालय के राज्यपाल रविवार को दादरी में किसानों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मेरे लिए किसी भी पद से पहले किसानों का हित सर्वोपरि है।

Whats App

राज्यपाल ने कहा कि किसानों के अधिकारों पर आंच नहीं आने दी जाएगी और अगर इसका हनन होता है तो उनको सहन करने वाला भी दोषी कहलाता है। उन्होंने कहा कि जब सरकार किसानों से संबंधित कानून बनाती है तो पहले किसानों की राय जाने और अगर कोई बिल बनाना है तो किसानों के फायदे के लिए बनाया जाए। उन्होंने कहा कि अगर बिल के विरोध में किसान सड़कों पर खड़े होंगे तो उसका कोई फायदा नहीं है। उन्होंने तोशाम के डाडम पहाड़ में हुए हादसे पर दुख प्रकट करते हुए उच्च स्तरीय जांच की मांग की।

सिरफिरे ने ली दो लोगों की जान…गांव वालों ने पकड़ कर उतारा मौत के घाट     |     लोकसभा चुनाव के बाद शरद पवार गुट कांग्रेस में होगा शामिल, शिवसेना उद्धव गुट का क्या होगा?     |     क्या एक ही फिल्म में दिखेंगे यश और प्रभास? पृथ्वीराज सुकुमारन ने बहुत बड़ा हिंट दे दियाक्या एक ही फिल्म में दिखेंगे यश और प्रभास? पृथ्वीराज सुकुमारन ने बहुत बड़ा हिंट दे दिया     |     इधर राफा में घुसा इजराइल, उधर ईरान के ‘गुर्गे’ ने बढ़ा दी अमेरिका की टेंशन     |     ऋषभ पंत नहीं, संजू सैमसन T20 वर्ल्ड कप में होने चाहिए नंबर-1 विकेटकीपर, फिर मिल गया सबूत     |     गर्मी में बढ़ जाती है स्विमवियर की डिमांड, हर साल होता है इतने लाख करोड़ का कारोबार     |     इंस्टाग्राम ऐप में एक-साथ चला सकते हैं 5 अकाउंट्स, समझें कैसे?     |     अक्षय तृतीया पर घर के दरवाजे पर बांधे इन पत्तों का तोरण, मां लक्ष्मी की बरसेगी कृपा!     |     प्लस साइज महिलाएं शॉपिंग करते समय न करें ये गलतियां, अपनाएं ये स्टाइलिंग टिप्स     |     इस साल अप्रैल की गर्मी ने भारत ही नहीं पूरी दुनिया का पसीना निकाला, सामने आने लगे 19वीं सदी के रिकॉर्ड     |    

पत्रकार बंधु भारत के किसी भी क्षेत्र से जुड़ने के लिए इस नम्बर पर सम्पर्क करें- 9431277374