रूस ने सोमवार को आरोप लगाया कि देश के कई रेडियो स्टेशनों को हैक कर लिया गया और उन पर राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का फर्जी भाषण चलाया गया। इस भाषण में कीव से सैनिकों के हमले और यूक्रेन की सीमा से लगे तीन क्षेत्रों में आपातकालीन उपायों की घोषणा की गई थी। हैकिंग का ये मामला उस वक्त सामने आया है जब दक्षिण-पश्चिमी बेलगोरोद में घुसपैठ की कोशिशों के बीच रूसी और यूक्रेनी सेनाओं के बीच जमकर गोलाबारी हुई है। वहीं यूक्रेन ने भी दावा किया था कि वह रूस के खिलाफ एक लंबे जवाबी हमले की तैयारी कर रहा है। एमआईआर रेडियो स्टेशन ने कहा कि ये हैकिंग, जो पूरी तरह से नकली और उकसाने वाली थी, लगभग 40 मिनट तक चली।
क्या था संदेश?
ये नकली संदेश सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। इसमें कहा गया है कि अमेरिकी समर्थन और नाटो द्वारा मिले हथियारों से पूरी तरह लैस यूक्रेनी सैनिकों ने सीमावर्ती कुर्स्क, बेलगोरोड और ब्रांस्क क्षेत्रों पर जबरदस्त आक्रमण किया है। राष्ट्रपति पुतिन से मिलते-जुलते आवाज में प्रसारित इस संदेश में इन तीन क्षेत्रों में मार्शल लॉ लगाने और नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर हटाने की घोषणा की गई है।
क्रेमलिन का जवाब
राज्य द्वारा संचालित एजेंसी आरआईए नोवोस्ती के मुताबिक क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि यहवास्तव में एक हैक था और स्थिति पूरी तरह काबू में है। वहीं बेलगोरोद क्षेत्र के प्रशासनिक केंद्र ने भी कहा कि ये संदेश पूरी तरह नकली था और इसका उद्देश्य शांतिपूर्ण बेलगोरोद के निवासियों में आतंक फैलाना था। बेलगोरोद के पड़ोसी वोरोनिश क्षेत्र ने भी अपने निवासियों को रेडियो प्रसारण में हैकिंग की चेतावनी देते हुए कहा कि चिंता करने की कोई वजह नहीं है।