दुनिया की दिग्गज टेक्नॉलिजी कंपनी गूगल इजराइल मामले को लेकर काफी सख्त है. गूगल की तरफ से इजराइल को टेक्नॉलिजी देने का विरोध करने पर कंपनी ने 20 और कर्मचारियों को निकाल दिया है. इस मामले में गूगल अबतक 50 से ज्यादा कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा चुकी है.
दरअसल गूगल के ये कर्मचारी ‘प्रोजेक्ट निंबस का विरोध कर रहे थे. इसी प्रोजेक्ट के तहत गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट इंक और अमेजन ने एक डील साइन की थी. इसके तहत इजराइल को एआई और क्लाउड सर्विस देने की बात थी. अब इस प्रोजेक्ट का गूगल के कुछ कर्मचारियों ने विरोध करना शुरू किया तो गूगल ने कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाना शुरू कर दिया.
पिछले हफ्ते भी निकाले 28 कर्मचारी
इससे पहले पिछले हफ्ते इसी बवाल के बाद गूगल ने उन 28 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया था. जो इसका विरोध कर रहे थे. गूगल और अमेजन ने इस प्रोजेक्ट पर साल 2021 में साइन किया था. गूगल की ओर से कर्मचारियों को बाहर निकाले जाने के बाद इन कर्मचारियों ने गूगल गूगल के न्यूयॉर्क और कैलिफोर्निया में सनीवेल स्थित कार्यालयों पर धरना-प्रदर्शन किया था. इसके बाद कंपनी ने पुलिस को भी बुलाया, जिसने प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया.
क्या है मामला
दरअसल विरोध करने वाले कर्मचारियों का समूह यह मांग कर रहा है कि रंगभेद करने वालों को कोई टेक्नॉलिजी सर्विस नहीं दी जाए.विरोध प्रदर्शन का आयोजन करने वाले समूह ने कहा कि कंपनी ने पिछले सप्ताह 30 कर्मचारियों को निकाला था. वहीं कंपनी ने समूह के दावों का खंडन करते हुए कहा कि जिन लोगों को निकाला गया है उनमें से प्रत्येक व्यक्ति व्यक्तिगत रूप से ऐसी गतिविधियों में शामिल रहा है जो कंपनी के नियमों के खिलाफ है. इसलिए उन्हें कंपनी से निकाला गया है. इन बवालों के बीच और कर्मचारियों कंपनी से बाहर करने को लेकर अब गूगल के वर्क कल्चर पर सवाल उठने लगे हैं. दरअसल इजराइल का यह प्रोजेक्ट जिसे प्रोजेक्ट निबंस के नाम से जाना जाता है. वो पूरे 1.2 अरब डॉलर का है. अब देखना है कि ऐसे अब ये कर्मचारी अगला कदम क्या उठाते हैं.