Breaking
महाकाल मंदिर में एक श्रद्धालु ने दूसरे का फोड़ा सिर, प्रेग्नेंट पत्नी को धक्का लगने पर हुआ विवाद रेवन्ना मामला: राहुल गांधी ने सीएम सिद्धरमैया को लिखा लेटर, जानें क्या कहा आयरा-नुपूर की शादी का नया वीडियो आया सामने, बेटी की शादी पर खूब रोए थे आमिर खान खूनी झड़प में बदली छात्रों की वर्चस्व की लड़ाई, स्कूल के बाहर चाकूबाजी में दो घायल सत्ता में बने रहने के लिए BJP हिंदुओं में डर पैदा करने की कर रही है कोशिश, फारूक अब्दुल्ला ने साधा न... मई का महीना कूल-कूल… दिल्ली-UP, हरियाणा समेत इन राज्यों में बारिश का अलर्ट, गर्मी से लोगों को मिलेगी... ‘जानते थे फिर भी रेवन्ना को दिया टिकट’… कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत्र का पीएम पर हमला पुंछ में वायुसेना के काफिले पर आतंकी हमला, कई जवान घायल पाकिस्तान में बिरयानी को लेकर बवाल, पैसे मांगने पर भड़के ग्राहकों ने की तोड़फोड़ पलक झपकते पार करते बाइक… मॉडिफाइड कर 5000 में करते थे सेल, पुलिस ने 3 को दबोचा

चार बच्चों के बाद कराई नसबंदी फेल, हुई पांचवी संतान

Whats App

कलेक्टर एवं सीएमएचओ सागर एक महीने में दें तथ्यात्मक जवाब

सागर जिले के गौरझामर के समीपस्थ ग्राम बिजोरा निवासी श्री सुनील सौर और पत्नी श्रीमती रानी सौर को पहले से ही चार संतान हैं, जिनमें तीन लड़कियां और एक लड़का है। चौथी संतान में लड़का होने के बाद उनका पारिवारिक मकसद पूरा हो गया था। इसके बाद उन्होंने परिवार नियोजन नसबंदी कराने की ठानी और सुनील ने देवरी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 5 जनवरी 2020 को हुये शिविर में अपनी पत्नी श्रीमती रानी का नसबंदी आॅपरेशन करा दिया और मेहनत मजदूरी करते हुए वह परिवार को जैसे-तैसे चला रहे थे। उन्हें क्या पता था कि  पत्नी की नसबंदी फेल हो जाएगी और हुआ भी यही, उन्हें जब गर्भ में पल रहे बच्चे का कुछ महीनों बाद चला, तो इसकी जांच व शिकायत करने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र देवरी पहुंचे। वहां  उन्हें दिलासा देते हुए कहा गया कि बच्चा हो जाने दो, शासन की तरफ से आर्थिक मदद दी जाएगी। नसबंदी आपरेशन से करीब तेरह महीने बाद 19 जनवरी 2021 को सुनील के घर एक पुत्री ने जन्म लिया। सुनील के परिवार में अब चार पुत्री व एक पुत्र हैं। लाॅकडाउन में कोरोना के दौरान हुई इस घटना ने परिवार को हिलाकर रख दिया। अब उन्हें  पांचवी अनचाही लड़की (नसबंदी फेल होने के कारण) की परवरिश कीे चिन्ता सता रही है। उसकी मांग है कि सरकार उसे शीघ्र ही मुआवजा दे, जिससे वह अनचाही लड़की की भी परवरिश कर सके।
मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के माननीय अध्यक्ष न्यायमूर्ति  नरेन्द्र कुमार जैन ने कलेक्टर एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, सागर से एक माह में तथ्यात्मक जवाब मांगा है। साथ ही यह भी पूछा है कि क्या इस महिला को कोई मुआवजा दिया गया है या नहीं ?

महाकाल मंदिर में एक श्रद्धालु ने दूसरे का फोड़ा सिर, प्रेग्नेंट पत्नी को धक्का लगने पर हुआ विवाद     |     रेवन्ना मामला: राहुल गांधी ने सीएम सिद्धरमैया को लिखा लेटर, जानें क्या कहा     |     आयरा-नुपूर की शादी का नया वीडियो आया सामने, बेटी की शादी पर खूब रोए थे आमिर खान     |     खूनी झड़प में बदली छात्रों की वर्चस्व की लड़ाई, स्कूल के बाहर चाकूबाजी में दो घायल     |     सत्ता में बने रहने के लिए BJP हिंदुओं में डर पैदा करने की कर रही है कोशिश, फारूक अब्दुल्ला ने साधा निशाना     |     मई का महीना कूल-कूल… दिल्ली-UP, हरियाणा समेत इन राज्यों में बारिश का अलर्ट, गर्मी से लोगों को मिलेगी राहत     |     ‘जानते थे फिर भी रेवन्ना को दिया टिकट’… कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत्र का पीएम पर हमला     |     पुंछ में वायुसेना के काफिले पर आतंकी हमला, कई जवान घायल     |     पाकिस्तान में बिरयानी को लेकर बवाल, पैसे मांगने पर भड़के ग्राहकों ने की तोड़फोड़     |     पलक झपकते पार करते बाइक… मॉडिफाइड कर 5000 में करते थे सेल, पुलिस ने 3 को दबोचा     |    

पत्रकार बंधु भारत के किसी भी क्षेत्र से जुड़ने के लिए इस नम्बर पर सम्पर्क करें- 9431277374