Breaking
पांच दशकों के जुड़ाव पर लग गया विराम, राहुल ने क्यों छोड़ी अमेठी? कौन हैं दिनेश सिंह, जिन्हें BJP ने रायबरेली से दिया टिकट, फ्लाइट में प्रियंका से कहा था- खतरे में है... हार का डर या रणनीति का हिस्सा…राहुल ने अमेठी के बजाय रायबरेली को क्यों चुना? कांग्रेस ने खत्म किया सस्पेंस, रायबरेली से राहुल तो अमेठी से केएल शर्मा को बनाया उम्मीदवार डीपफेक वीडियो केस: कोर्ट ने कहा- चुनाव आयोग पर भरोसा, निर्देश देने से किया इनकार दिल्ली-एनसीआर के स्कूलों को धमकी मामले में बड़ा खुलासा, सामने आया ‘2023 वाला पैटर्न’ दंडी आश्रम, कमरा नंबर-12 और डर्टी पिक्चर… नाबालिग बटुकों से अपनी भूख मिटाने वाले आचार्य की कहानी औरंगजेब ने जजिया कर लगाया था, कांग्रेस विरासत टैक्स लगाएगी… फिराजाबाद की सभा में बरसे सीएम योगी रोहित शर्मा ने तो टेंशन दे दी…T20 World Cup में इस कमजोरी से हो जाएगा बेड़ा गर्क तवायफों की दुनिया में आपका स्वागत है, लेकिन जरा संभलकर, कैसी है संजय लीला भंसाली की हीरामंडी?

अपने बूथ पर भी जदयू को जीत नहीं दिला सके मुकेश सहनी, खुद को कहते सन आफ मल्‍लाह

Whats App

पटना। विकासशील इंसान पार्टी (वीआइपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और नीतीश कैबिनेट में पशुपालन एवं मत्स्य मंत्री मुकेश सहनी (Minister Mukesh Sahani) अपने गांव के बूथ पर भी जदयू के उम्मीदवार (JDU Candidate) को जीत नहीं दिला पाए। उनका बूथ अफजला पंचायत के रतौली गांव में है। यह कुशेश्वरस्थान विधानसभा (KusheshwarSthan Assembly) में है। दरभंगा जिला के इस विधानसभा क्षेत्र में उप चुनाव के तहत 30 अक्टूबर को मतदान हुआ। दो नवंबर को परिणाम निकला। जदयू उम्मीदवार अमन भूषण हजारी की जीत हुई।

प्रचार में गए लेकिन नहीं डाला अपना वोट 

खुद को सन आफ मल्लाह कहने वाले मुकेश सहनी ने जदयू उम्मीदवार की जीत के लिए प्रचार किया। वे नामांकन के दिन गए थे। बाद में प्रचार के लिए भी गए, लेकिन खुद वोट देने नहीं गए। उस दिन सहनी उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election) की तैयारी के सिलसिले में व्यस्त थे। अब उम्मीदवारों को मिले वोटों का हिसाब किया जा रहा है। पता यह चल रहा है कि सहनी की पंचायत अफजला के दो बूथों पर जदयू को राजद से कम वोट मिले। बूथ नंबर 31 पर जदयू को सिर्फ 55 वोट मिले। राजद के पक्ष में 480 लोगों ने वोट दिया। हालांकि, दूसरे बूथ (34) पर जदयू को पहले की तुलना में अधिक वोट तो मिले, लेकिन वह भी राजद से कम ही थे। उस बूथ पर जदयू को 130 और राजद को 191 वोट मिले। चुनावी हलफनामा के मुताबिक मुकेश सहनी बूथ नंबर 31 के वोटर हैं। दिलचस्प यह है वीआइपी के दरभंगा जिला इकाई के अध्यक्ष विनोद बंपर भी अफजला पंचायत के ही हैं। वे इस पंचायत के मुखिया भी रह चुके हैं।

Whats App

चुनाव का अनुभव अच्छा नहीं

वैसे राज्य के चुनावों में मुकेश सहनी को कभी अच्छा अनुभव नहीं मिला है। वह महागठबंधन की ओर से 2019 में खगड़‍ि‍या  से लोकसभा का चुनाव लड़े। हार गए। पिछले साल के विधानसभा चुनाव में उन्होंने महागठबंधन के बदले राजग का सहारा लिया। उनके चार उम्मीदवार विधानसभा का चुनाव जीते। सहनी खुद सिमरी बख्तियारपुर से चुनाव हार गए। भाजपा ने उन्हें अपने कोटे से विधान परिषद का सदस्य बनाया। उसी आधार पर मंत्री बने हुए हैं।

पांच दशकों के जुड़ाव पर लग गया विराम, राहुल ने क्यों छोड़ी अमेठी?     |     कौन हैं दिनेश सिंह, जिन्हें BJP ने रायबरेली से दिया टिकट, फ्लाइट में प्रियंका से कहा था- खतरे में है आपकी कुर्सी     |     हार का डर या रणनीति का हिस्सा…राहुल ने अमेठी के बजाय रायबरेली को क्यों चुना?     |     कांग्रेस ने खत्म किया सस्पेंस, रायबरेली से राहुल तो अमेठी से केएल शर्मा को बनाया उम्मीदवार     |     डीपफेक वीडियो केस: कोर्ट ने कहा- चुनाव आयोग पर भरोसा, निर्देश देने से किया इनकार     |     दिल्ली-एनसीआर के स्कूलों को धमकी मामले में बड़ा खुलासा, सामने आया ‘2023 वाला पैटर्न’     |     दंडी आश्रम, कमरा नंबर-12 और डर्टी पिक्चर… नाबालिग बटुकों से अपनी भूख मिटाने वाले आचार्य की कहानी     |     औरंगजेब ने जजिया कर लगाया था, कांग्रेस विरासत टैक्स लगाएगी… फिराजाबाद की सभा में बरसे सीएम योगी     |     रोहित शर्मा ने तो टेंशन दे दी…T20 World Cup में इस कमजोरी से हो जाएगा बेड़ा गर्क     |     तवायफों की दुनिया में आपका स्वागत है, लेकिन जरा संभलकर, कैसी है संजय लीला भंसाली की हीरामंडी?     |    

पत्रकार बंधु भारत के किसी भी क्षेत्र से जुड़ने के लिए इस नम्बर पर सम्पर्क करें- 9431277374